इस तरह मिली मुझे वो सालों के बाद
जैसे हकीकत मिली हो ख्यालों के बाद
मैं पूछता रहा उस से खतायें अपनी
वो बहुत रोई मेरे सवालों के बाद !

हकीकत की भीड़ से कुछ गुमशुदा सपने ढूँढ रहा हूँ !
आजकल मैं अपनों में ही कुछ अपने ढूँढ रहा हूँ !

जो नजर से गुजर जाया करते हैं !
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं !
कुछ लोग दर्द को बयाँ नहीं होने देते !
बस चुप चाप बिखर जाया करते हैं !

आईना आज फिर रिशवत लेता पकड़ा गया,
दिल में दर्द था और,
चेहरा हस्ता हुआ पकड़ा गया !

“दुआ करना की दम भी उसी
दिन निकले,
जिस दिन तेरे दिल 💔 से हम
निकले,

“जब निकलता है कोई दिल में बस जाने के बाद,
दर्द कितना होता है बिछड़ जाने के बाद,
जो पास होता है उसकी कदर नहीं होती,
कमी महसूस होती है दूर जाने के बाद !

कुछ अजीब है ये दुनिया,
यहाँ पर झूठ नहीं,
सच बोलने से रिश्ते टूट जाते है !😒

बदला नहीं हूँ मैं
मेरी भी कुछ कहानी है,
बुरा बन गया अब मैं,
सब अपनों की मेहरबानी है !

खुद ही रोए और खुद ही चुप हो गए,
ये सोचकर की कोई अपना होता तो रोने ना देता ।

हमें लगा उन्होंने हाँ कर दिया,
तो वो हमारी हो गई,
पर भूल गये थे हम,
वो हमारे हाथो की लकीर में नहीं !

जख्म ही देना तो पूरा जिस्म तेरे हवाले था !
बे रहम तूने वार किया वो भी दिल ही वार किया !

आजकल नहीं चलता प्यार जन्म जन्मों का,
लोग अपना मतलब निकाल कर मुँह फेर लेते हैं !

जिसके दिल पर भी क्या खूब गूजरी होगी !
जिसने इस दर्द का नाम मोहब्बत रखा होगा !

एक बात सुनलो, तुम्हारा तोह पता नहीं,
लेकिन दिल तरसता है,
तुमसे बात करने के लिए !😰

दिल में है जो दर्द वो किसे सुनाएँ,
हँसते हुए जख्म किसे दिखाएँ,
कहती है, ये दुनिया हमे खुशनसीब,
पर नसीब की दास्ताँ किसे सुनाएँ !

चाहत है यह दिल्लगी या यूंही मन भरमाया है !
याद करोगे तुम भी कभी किसी से दिल लगाया है !

दर्द के एहसास दिल से मर गए,
जख्म अपने इतना असर कर गए

अब कोई दर्द, दर्द नहीं लगता
तेरे दिये हुए दर्द तो कमाल कर गए !

“वक्त की तरह निकल गया वो,
नजदीक से भी और तकदीर से भी😒

बिन मागें जो मिल जाए
वो है धोखा,
और फरेब और जो मांगकर भी न मिले वो है सच्चा इश्क !