मरता नहीं कोई किसी के बगैर ये हकीकत है जिंदगी,
लेकिन सिर्फ सांस लेने को जीना तो नहीं कहते !

जिसके एक मैसेज से मेरे चेहरे पर, स्माइल आया करती थी,
आज रोते रोते पूरा दिन गुजर गया इंतजार में !

पीठ हमेशा मजबूत रखनी चाहिए,
क्यूँकि शाबासी और धोखा दोनों,
पीछे से ही मिलते हैं !

दर्द काफी है बेखुदी के लिए,
मौत काफी है जिन्दगी के लिए,
कौन मरता है किसी के लिए,
हम तो जिन्दा थे आपके लिए !

कह कर तुम बता नहीं सकते,
प्यार को अपने जता नहीं सकते,
फिर क्या फायदा आपकी दोस्ती का,
जब एक भी वादा तुम निभा नहीं सकते !

उसका मिलना तकदीर में था ही नहीं,
वरना मैंने क्या कुछ नहीं किया उसे पाने के लिए !

रोते रहे तुम भी रोते रहे हम भी,
कहते रहे तुम भी और कहते रहे हम भी,
ना जाने इस जमाने को हमारे से क्या इश्क नाराजगी थी,
बस समझाते रहे तुम भी और समझाते रहे हम भी !

अँधेरा मिटा कर शहर छोड़ जाऊँगा,
एक रोज फिर तेरा शहर छोड़ जाऊंगा !

हम भी फूलों की तरह अक्सर तनह रहते है,
कभी टूट जाते है तो कभी कोई तोड़ देता है !

जरा सी गलत फहमी पर,
न छोड़ो किसी अपने का दामन,
क्योंकि जिंदगी बीत जाती है,
किसी को अपना बनाने में !

यहां हर शख्स मुसाफिर है,
एक दिन यादों से भी चला जाता है।

मुझे सिर्फ इतना बता दो इंतजार करू तुम्हारा,
या बदल जाऊ तुम्हारी तरह !

मतलब की दुनिया है इसलिए छोड़ दिया सबसे मिलना,
वरना ये छोटी सी उम्र तन्हाई के काबिल नही थी !

मुझे देख कर जब उसने मुँह मोड़ लिया,
एक तसल्ली हो गयी चलो पहचानते तो हैं !

पास जब तक वो रहे दर्द थमा रहता है,
फैलता जाता है फिर आँख के काजल की तरह !

किसी का दिल इतना भी मत दुखाओ कि,
वो खुदा के सामने तुम्हारा नाम लेकर रो पड़े ।

किस दर्द को लिखते हो इतना डूब कर,
एक नया दर्द दे दिया है उसने ये पूछकर !

उसका मिलना तकदीर में था ही मुझे,
वरना मैंने क्या कुछ नहीं किया उसे पाने के लिए ।

नफरत करोगे तो भी आउंगा तेरे पास,
देख तेरे बगैर रहने की आदत नहीं मुझे ।

तुझे क्या खबर की तेरी यादों ने मुझे किस तरह सताया,
कभी अकेले में हँसा दिया तो कभी अकेले में रोल दिया !