दर्द काफी है बेखुदी के लिए,
मौत काफी है जिन्दगी के लिए,
कौन मरता है किसी के लिए,
हम तो जिन्दा थे आपके लिए !

कह कर तुम बता नहीं सकते,
प्यार को अपने जता नहीं सकते,
फिर क्या फायदा आपकी दोस्ती का,
जब एक भी वादा तुम निभा नहीं सकते !

यहां हर शख्स मुसाफिर है,
एक दिन यादों से भी चला जाता है।

मतलब की दुनिया है इसलिए छोड़ दिया सबसे मिलना,
वरना ये छोटी सी उम्र तन्हाई के काबिल नही थी !

मुझे देख कर जब उसने मुँह मोड़ लिया,
एक तसल्ली हो गयी चलो पहचानते तो हैं !

पास जब तक वो रहे दर्द थमा रहता है,
फैलता जाता है फिर आँख के काजल की तरह !

किसी का दिल इतना भी मत दुखाओ कि,
वो खुदा के सामने तुम्हारा नाम लेकर रो पड़े ।

किस दर्द को लिखते हो इतना डूब कर,
एक नया दर्द दे दिया है उसने ये पूछकर !

उसका मिलना तकदीर में था ही मुझे,
वरना मैंने क्या कुछ नहीं किया उसे पाने के लिए ।

नफरत करोगे तो भी आउंगा तेरे पास,
देख तेरे बगैर रहने की आदत नहीं मुझे ।

मुझे सिर्फ इतना बता दो इंतजार करू तुम्हारा,
या बदल जाऊ तुम्हारी तरह !

लोग मेरी गलतियाँ निकालते हैं,
क्योंकि मुझे हराना उनके बस की नहीं !

हम मोहब्बत से मोहब्बत फैलाते हैं साहब,
नफरत के लिए हमारे पास फुर्सत कहाँ हैं !

मेरा जो रुतबा कल था वो आज भी है,
और कल भी रहेगा कैलेंडर नहीं Attitude है मेरा,
जो साल के साथ बदलता नहीं !!

आज किसी ने ये कह कर दिल तोड़ दिया की,
दुनिया तेरी नही तेरे स्टेटस की दीवानी है !!

वाकिये तो अनगिनत हैं जिन्दगी के,
समझ नही आता कि किताब लिखूँ या हिसाब लिखूँ ।

मैं कुछ इसलिए भी खामोश रहती हूँ कि,
जब बोलती हूँ तो धजियाँ उड़ा देती हूँ !!

जब जरुरत के समय काम आने वाला,
अपना ही पैसा बदल जाता है,
तो अपनों की बात क्या करें ।

मैं बस खुद को अपना मानता हूँ !
क्योंकि दुनिया कैसी है अच्छे से जानता हूँ !!

हनुमान जी राम को सबसे प्यारे है,
वो तो भक्तों में सबसे न्यारे है,
पल-भर में तुमने लंका को जलाया है,
श्री राम को माता सीता से मिलाया है,
(जय श्री राम, जय हनुमान)