जरा सी गलतफहमी पर न छोड़ो किसी अपने का दामन,
क्योंकि जिंदगी बीत जाती है किसी को अपना बनाने में !

इतना दर्द तो मुझे गहरी सी गहरी चोट,
लगने पर भी नहीं हुआ,
जितना दर्द तेरी ख़ामोशी ने मुझे दिया है !

जब एक ही जोक पर दोबारा नहीं हंसते,
तो एक ही दुःख पर भी दोबारा,
परेशान नहीं होना चाहिए !

ज़ख़्म देकर ना पूछा करो दर्द की शिद्दत,
दर्द तो दर्द होता है थोड़ा क्या ज्यादा क्या।

हाल बगैर तेरे बिल्किल वैसा ही है,
जैसे हाथ का होता है उँगलियों के बिना !

जो शिकायत नहीं करते उनका दर्द कोई नहीं समझता,
लोग कहते हैं हर दर्द की एक हद होती है,
कभी मिलना हमसे हम वो सिमा अक्सर पार करके जाते हैं !

हकीकत की भीड़ से कुछ गुमशुदा सपने ढूँढ रहा हूँ,
आजकल मैं अपनों में कुछ अपने ढूँढ रहा हूँ !

मत आने दो किसी को करीब इतना,
कि उससे दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये ।

बर्बाद कर गए वो जिंदगी प्यार के नाम से,
बेवफाई ही मिली हमें सिर्फ वफ़ा के नाम से,
जख्म ही जख्म दिए उस ने दवा के नाम से,
आसमान रो पड़ा मेरी मोहब्बत के अंजाम से ।

किसी के साथ रहो तो वफादार बनके रहो ,
धोखा देना गिरे हुए लोगो की पहचान है ।

सारी दुनिया के हैं वह मेरे सिवा,
मैंने छोड़ दी दुनिया जिनके लिये !

बुरा वक्त भी क्या कमाल का होता है साहब ,
जी जी करने वाले भी तू तू करने लगते है ।

आज कल वो हमसे डिजिटल नफरत करते हैं,
हमें ऑनलाइन देखते ही ऑफलाइन हो जाते हैं !

उसका मिलना तकदीर में था ही नहीं,
वरना मैंने क्या कुछ नहीं किया उसे पाने के लिए !

यहां हर शख्स मुसाफिर है,
एक दिन यादों से भी चला जाता है।

कह कर तुम बता नहीं सकते,
प्यार को अपने जता नहीं सकते,
फिर क्या फायदा आपकी दोस्ती का,
जब एक भी वादा तुम निभा नहीं सकते !

दर्द काफी है बेखुदी के लिए,
मौत काफी है जिन्दगी के लिए,
कौन मरता है किसी के लिए,
हम तो जिन्दा थे आपके लिए !

पीठ हमेशा मजबूत रखनी चाहिए,
क्यूँकि शाबासी और धोखा दोनों,
पीछे से ही मिलते हैं !

मरता नहीं कोई किसी के बगैर ये हकीकत है जिंदगी,
लेकिन सिर्फ सांस लेने को जीना तो नहीं कहते !

अँधेरा मिटा कर शहर छोड़ जाऊँगा,
एक रोज फिर तेरा शहर छोड़ जाऊंगा !