अपने ही होते है जो दिल पर वार करते है,
गैरों को क्या खबर दिल किस बात पर दुखता है !
जिंदगी में क्यों भरोसा करते हो गैरों पर,
जब चलना है अपने ही पैरों पर !
इतनी बदसलूकी ना कर ऐ जिंदगी,
हम कौन सा यहाँ बार-बार आने वाले हैं !
दूरियां इतनी हो गयी हैं इसका एहसास तब हुआ,
जब मैंने कहा मैं ठीक हूँ और उसने मान लिया !
कभी आँखों पे कभी सर पे बिठाए रखना,
जिंदगी नागवार सही दिल से लगाए रखना !
कुछ तो तन्हाई की रातों में सहारा होता,
तुम न होते न सही जिक्र तुम्हारा होता !
भूखा पेट खाली जेब और झूठा प्रेम,
इंसान को जीवन में बहुत कुछ सिखा जाता है !
रिश्तों की फिक्र करना छोड़ दो,
जिसे जितना साथ देना हैं वो उतना ही निभाएगा !
बदल जाती है जिंदगी की सच्चाई ऊस वक्त,
जब कोई तुम्हारा तुम्हारे सामने तुम्हारा नहीं होता !
धूप में निकलो घटाओं मैं नहाकर देखो,
जिंदगी क्या है किताबों को हटाकर देखो !
मत सोच इतना जिंदगी के बारे में,
जिसने जिंदगी दी है उसने भी कुछ तो सोचा होगा !
मुझे लगा कि मेरी आंखें चमक उठेंगी,
आंसू किसी की याद के कितने करीब होते हैं !