यादों से दिल भरता नहीं दिल से यादें निकलती नहीं,
यह कैसी कशमकश है आपको याद किये बिना,
दिल को चैन मिलता नहीं !

तनहाई में इतना क्यों याद आती हो,
थोड़ा मुझे चैन से भी सो लेने दिया करो !

कैसे बदल लूँ ये आदत मैं अपनी,
कि मुझे तुझे याद करने की आदत हो गई है !

हर वक्त तुम्हारी याद आती है,
गुजरे हुआ वक्त याद दिलाती है,
चल देते हैं ऐ कदम मेरे,
सुनता है ऐ दिल जब नाम तेरा !

हमसे दूर जाओगे कैसे,
दिल से हमें भुलाओगे कैसे,
हम वो खुशबू हैं जो साँसों में बसते हैं,
भला साँसों को रोक पाओगे कैसे !

दुनिया भर की यादें हम से मिलने आती हैं,
शाम ढलते ही मेरे घर में मेला लगता है !

क्यूँ करते हो मेरे दिल पर इतना सितम,
याद करते नहीं तो याद आते ही क्यूँ हो !

अजीब है ये दिल न तुझे भूलता है,
और न तुझे याद करना चाहता है !

जिसे याद करने से होंठों पर मुस्कुराहट आ जाए
एक ऐसा खूबसूरत ख्याल हो तुम !

हम तुम्हे याद करेंगे तुम हमे याद करना,
देखते है हिचकियां किसे आती है !

हसरत नहीं अरमान नहीं आस नहीं है,
यादों के सिवा कुछ भी मेरे पास नहीं है !

सांस को बहुत देर लगती है आने में,
हर सांस से पहले तेरी याद आ जाती है !

हमारी किस्मत में तो सिर्फ यादें हैं तुम्हारी,
जिसके नसीब में तू है उसे जिंदगी मुबारक !

दूरियों की ना परवाह कीजिये,
दिल जब भी पुकारे हमें बुला लीजिये,
हम ज्यादा दूर नहीं आपसे,
बस अपनी आँखों को पलकों से मिला लीजिये !

दिल को छू जाती है ये रात की आवाज,
चौंक उठते हैं कहीं तूने पुकारा तो नहीं !

इतना न याद आओ कि खुद को तुम समझ बैठूं
मुझे अहसास रहने दो कि मेरी अपनी भी हस्ती है !

बहुत मुश्किल से करते हैं तेरी यादों,
का कारोबार मुनाफा कम ही सही,
मगर गुजारा हो ही जाता है !

वो गलियाँ वो चौबारा अब वो राहें याद आती हैं,
सोये थे जिन बाहों में हमें वो बाहें याद आती हैं !

तुम सिर्फ मेरी खुशियां ही नहीं हो,
मेरा नसीब भी हो मैं जितना तुमसे दूर हूँ
तुम उतना ही मेरे करीब भी हो !

आखिर थक हार के लौट आया मै बाजार से,
यादो को बंद करने के ताले कही मिले नहीं !