आशिक मरते नहीं सिर्फ दफनाए जाते हैं,
कब्र खोद कर देखो इंतजार में पाए जाते हैं ।
ये जमीं जब खून से तर हो गई है,
जिन्दगी कहते हैं बेहतर हो गई है,
हाथ पर मत खींच बेमतलब लकीरें,
मौत हर पल अब मुकद्दर हो गई है !
मौत से बचने का सबसे शानदार तरीका है,
दूसरे के दिलों मे जिंदा रहना सीख लो !
तमन्ना यही है बस एक बार आये,
चाहे मौत आये चाहे यार आये !
सुलगती जिंदगी से मौत आ जाये तो बेहतर है,
हमसे दिल के अरमानों का अब मातम नहीं होता !
अगर रुक जाये मेरी धड़कन तो मौतन समझना,
कई बार हुआ है ऐसा तुझे याद करते करते !!
अब नाराजगी खत्म कर दे मौत से कह दो,
वो बदल गया है जिसके लिए हम जिन्दा थे !
जिन्दगी से तो खैर शिकवा था,
मुद्दतों मौत ने भी तरसाया !
किसी को दिल से चाहना बुरा तो नहीं किसी,
को दिल में बसना बुरा तो नहीं गुनाह गोगा,
ज़माने की नजर में तो क्या हुआ ज़माने,
वाले भी इंसान है कोई भगवान तो नहीं !
कम से कम मौत से ऐसी मुझे उम्मीद नहीं,
ज़िंदगी तू ने तो धोके पे दिया है धोका !!
एक दिन जब हुआ इश्क का एहसास उन्हें,
वो हमारे पास आ कर सारा दिन रोते रहे,
और हम भी इतने खुदगरज निकले यारों कि,
आँखे बंद कर के कफन में सोते रहे !
मौत की वादियों से मैं कभी,
खुद को बचा तो न पाऊँगी,
पर जब तक चली साँसे,
कसम तेरी ये मोहब्बत निभाऊंगी !
वो ढूंढ रहे थे हमें शायद उन्हें हमारी तलाश थी,
पर जहाँ वो खड़े थे वही दफन हमारी लाश थी !
जब जान प्यारी थी तब दुश्मन हजार थे,
अब मरने का शौक है तो कातिल नहीं मिलते ।
कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे,
ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे,
ये घुट घुट कर जीने से तोह मौत बेहतर है,
में कभी न जागूँ मुझे ऐसे नींद सुला दे !
तकदीर बदलने की हिम्मत किसमें होती है !
सुना है मौत हाथों की रेखा में लिखी होती है !
मोहब्बत और मौत दोनों बिन बुलाए मेहमान होते है,
कब आजाए कोई नहीं जानता लेकिन,
दोनो का एक ही काम है एक को दिल चाहिए,
दुसरी को धड़कन !!
मौत की चिंता नहीं सताती मुझे,
मेरे सपनों का अधूरापन सताता है,
आज भी दिल में जल रही है
आग मेरा जूनून बताता है ।
वो साथ थे तो मौत का खौफ था मुझे,
अब मैं तन्हा हुँ तो मौत क्यों नहीं आती मुझे !
यूँ तो हादसों में गुजरी है हमारी जिंदगी,
हादसा यह भी कम नही की,
हमें मौत न मिली ।