बस एक वही थी जो भरोसे वाली थी,
वरना तो ये दुनिया धोखे वाली थी।

दुख इसका नही कि तुम्हारा साथ छूट गया है,
अफसोस इस बात का है कि हमारा भरोसा टूट गया है।

मैं माफ़ तो हर बार करता हूँ,
लेकिन भरोसा सिर्फ एक बार करता हूँ।

भरोसा दूसरों पर रखो तो गम दे जाता हैं,
भरोसा ख़ुद पर रखो तो ताकत बन जाता हैं।

​इस मतलबी दुनिया में ​किसी पर भरोसा मत ​करना,
इश्क और धोखे में ​अपना जीवन बेकार मत करना।

भरोसा क्या करना गैरो पर,
जब खुद गिरके चलना है अपने ही पैरो पर।

आज शाम हुई कल फिर सूरज निकलेगा,
भरोसा रख अपने आप पर हर पल तू निखरेगा।

भरोसा जितना कीमती होता है,
धोखा उतना ही महँगा हो जाता है।

जब जब भरोसा किया है मैंने,
तब तब भरोसा टूटा है मेरा,
अब तो किसी पर भरोसा करने का,
मन ही नही करता है मेरा।

बहुत कच्चे थे तेरे विश्वास के धागे,
जो हमारे रिश्ते को बुन ना सके,
भरोसा किया तुम पर,
तुम उसे निभा ना सके।

दिल की धड़कन और मेरी सदा हो तुम,
मेरे भरोसे की आखरी वफा हो तुम।

प्यार में कोई तो दिल तोड़ देता है,
दोस्ती में कोई तो भरोसा तोड़ देता है,
ज़िंदगी जीना तो कोई ग़ुलाब से सीखे,
जो खुद टूट कर दो दिलो को जोड़ देता है।

दिल की सरहद को तुम ​पार ना करना,
मेरे भरोसे और विश्वास को तुम बेकार न करना।

किसी पर इतना विश्वास रखो,
कि कोई उसे तोड़ ना पाए,
चाहे कोई कितनी भी कोशिश कर ले,
रिश्तों का कुछ उखाड़ ना पाए।

दीवारें छोटी होती थीं लेकिन पर्दा होता था,
तालों की ईजाद से पहले सिर्फ़ भरोसा होता था।

उम्मीदें तैरती रहती हैं कश्तीयां डूब जाती है,
कुछ घर सलामत रहते हैं आँधियाँ जब भी आती है,
बचा ले जो हर तूफां से उसे आस कहते हैं, 
बड़ा मज़बूत है ये धागा जिसे विश्वास कहते है।

भरोसा जिसपर करों वह निभाता नहीं है,
और जो निभाता है उसपे हमें भरोसा नहीं है।

हर रिश्ते में विश्वास रहने दो,
जुबान पर हर वक्त मिठास रहने दो,
यही तो अंदाज है जिन्दगी जीने का,
न ख़ुद रहो उदास न दूसरों को रहने दो।

जब अपना दिल ख़ुद ले डूबे तो औरों पे सहारा कौन करे,
कश्ती पे भरोसा जब न रहा तो तिनकों पे भरोसा कौन करे।

मेरे दिल कि सरहद को पार न करना,
नाजुक है दिल मेरा वार न करना,
खुद से बढ़कर भरोसा है मुझे तुम पर,
इस भरोसे को तुम बेकार न करना।