संभलना पड़ता है,
बुरे वक्त में कोई नहीं संभालता !

जब हम किसी को दिल से याद कर रहे होते हैं,
तो उसकी फोटो जूम करके देख लेते है ।

हवा चुरा ले गयी मेरी शायरी की किताब,
देखो आसमां पढ़ के रो रहा है बेहिसाब !

मुझसे मेरी चाहत का सुबूत मांगते हैं वो,
जिनका नाम ले ले कर मेरी सांसें चलती हैं !

लकी होते है वो लोग,
जिनके पार्टनर मुश्किल हालातों में,
भी उनका साथ नहीं छोड़ते हैं !

तेरी याद आई है आंखे भर गई,
गमों की शाम यूं ही गुजर गई !

नाराज़गी दूर नहीं हुई हज़ारों बार मनाने पर,
न जाने कैसा महबूब है अड़ गया है रुलाने पर !

अब मुमकिन न होगा वापसी का सफर,
हम तो निकल चुके हैं आँख से आँसू की तरह !

इस दिल को थी जिससे सबसे ज्यादा आस,
वही निकला सबसे ज्यादा धोखेबाज !!

झूठा प्यार दिखाकर किसी के अरमानों के,
साथ मत खेलो क्योंकि जब दिल टूटता है,
तो लोग टूट जाते हैं !!💔

जायका अलग है हमारे लफ़्जो का,
कोई समझ नहीं पाता कोई भुला नहीं पाता !

सुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थे,
खरीददार दर्द भी दे गया और दिल भी ले गया !

आग लगाने वालो को कहाँ खबर है,
रुख हवाओं ने बदला तो खाख वो भी होंगे !

मेरी आँखों को तब आराम आया,
जब मेरा महबूब सदा के लिए मेरे पास आया !

पहले चुभा बहुत अब आदत सी है,
यह दर्द पहले था अब इबादत सी है !

चुभते हुए ख्वाबों से कह दो अब आया ना करे,
हम तन्हा तसल्ली से रहते है बेकार उलझाया ना करे !

सिर्फ हम ही थे उनके हर एक बात दिन और रातो मे,
आज हमे भुलाकर फसाया है,
उन्होंने किसी और को अपनी प्यारी प्यारी बातो में !

खामोशी की तह में छुपा लीजिये उलझनें,
क्योंकि शोर कभी मुश्किलें आसान नहीं करती !

छोड़ दिया बेवज़ह सबको परेशां करना,
जब कोई अपना ही नहीं समझता,
तो उसे अपनी याद क्यों दिलाना !

बिखरा हुआ हूँ बरसो से इसी इंतजार में,
कोई तो होगा जो समेटने आएगा मुझे !