तुम साथ थी तो जन्नत थी मेरी ज़िन्दगी,
अब तो हर साँस ज़िंदा रहने की वजह पूछती है !
तेरा दिया हुआ जख्म मेरे काम आ गया,
भरी महफिल में मैंने बेवफा कहा,
और सब के लबो पे तेरा नाम आ गया !
अर्ज़ किया है-
वफा-ए दिनों को याद करते है,
तू अब भी मिल जाये फर्याद करते है,
तेरी बेवफाई को अब भी भुला देंगे हम,
वफाओ से तेरी जिन्दगी महका देंगे हम !
बादलों ने गरजना छोड़ दिया,
बारिशों ने बरसना छोड़ दिया,
आप तो हमको भूल गए
इसीलिए हमने भी आपके लिए तरसना छोड़ दिया !
दूरी और बेरुखी का जब उनसे जवाब माँगा गया,
तो हमें बेवफा बना के हमसे रिश्ता तोड़ने का जवाब दिया !
दुनिया वालों का भी अजीब दस्तूर है,
बेवफाई मेहबूब से मिलती है,
और बेवफा मोहब्बत बन जाती है !
हम इश्क में वफा करते करते बेहाल हो गए
और वो बेवफाई करके भी खुशहाल हो गए !
इश्क करने का नतीजा दुनिया मे हमने बुरा देखा,
जिनसे वादा था वफा का उन्हें भी हमने बेवफा देखा।
ये मोहब्बत करने वाले भी बहुत अजीब हैं,
वफा करो तो रुलाते हैं और बेवफाई करो तो रोते हैं !
किसी से इतनी उम्मीद न करें कि
आशा के साथ-साथ आप भी टूट जाएं !
प्यार करना हमें नहीं आता,
इसलिए अपना प्यार हार गए
हमारी ज़िन्दगी से उन्हें बहुत प्यार था,
इसलिए वो बेवफा हमें जिंदा ही मार गए !
हमें न इश्क़ मिली न मोहब्बत मिली,
हमको जो भी मिला बेवफा यार मिला,
अपनी तो बन गयी बेवफ़ा ज़िन्दगी,
हर कोई जरुरत का तलबगार मिला !
खोज तो लेते उन्हें आखिर सच्चा प्यार जो किया था,
पर रोक दी तलाश हमने क्योंकि
वो खोये नहीं बेवफा निकले !
खुदा ने पूछा क्या सजा दूँ उस बेवफा को,
दिल ने कहा मोहब्बत हो जाए उसे भी,
और कोई छोड़ के चले जाये उसे भी !
तेरी बेवफाई ने मेरा ये हाल कर दिया है की,
अब मैं नही रोता मुझे देख कर लोग रोते हैं !
कुछ न मिला तो तेरा ही नाम लिखूंगा,
ओ बेवफा मैं तुझी पर सारे इल्जाम लिखूंगा !
अगर तुम अब भी मेरी हो जाओ तो मैं,
दुनिया की हर किताब से बेवफा लफ्ज मिटा दूंगा !
अपने जुल्म और सितम का हिसाब क्या दोगे,
जब खुद बेवफा हो उसका जवाब क्या दोगे !
मेरे फन को तराशा है सभी के नेक इरादों ने,
किसी की बेवफाई ने किसी के झूठे वादों ने !
बेवफा तो वो खुद हैं,
पर इल्ज़ाम किसी और को देते हैं,
पहले नाम था मेरा उनके लबों पर,
अब वो नाम किसी और का लेते हैं !