ये न कह मोहब्बत मिलना किस्मत की बात है,
क्योंकि मेरी बर्बादी में तेरा भी हाथ है !
वो पत्थर कहाँ मिलता है बताना जरा ए दोस्त,
जिसे लोग दिल पर रखकर एक दूसरे को भूल जाते हैं !
एक साँस भी पुरी नहीं होती,
तेरे ख्यालों के बिना,
तुमने ये कैसे सोचा कि,
हम जिदंगी गुजार देगे तेरे बिना !
खुदा कभी किसी पे फिदा न करे,
अगर करे भी तो कभी कयामत तक जुदा न करे !
हम झुके अपनों को उठाने के लिए,
और अपने झुके हमे गिराने के लिए,
वाह रे खुदा कैसा मंजर दिया तूने,
ज़िंदगी बिताने के लिए !!💘💔
तू मुझे याद करे न करे तेरी खुशी,
हम तो तुझे याद करते रहते है,
तुझे देखने को दिल तरसता रहता है,
और हम तेरा इंतजार करते रहते है !
दिल की क्या बिसात थी निगाह-ए-जमाल में,
इक आइना था टूट गया देख-भाल में !
मैंने जिंदगी में कई गमों को पार किया,
पर तुमसे बिछड़ना इस टूटे,
दिल को गवारा ना हुआ !
मेरे टूटे हुए दिल को तुम कैसे जोड़ दोगे,
मुरझाए हुए फूल को तुम कैसे खिलापाओगे !
अगर तुम समझ पाते मेरी चाहत की इन्तहा,
तो हम तुमसे नही तुम हमसे मोहब्बत करते !
ज़िन्दगी से क्यों रूठ गए हो तुम,
इतने मायूस क्यों हो गए हो तुम,
जरूर तुम्हारा भी किसी ने दिल तोड़ा है,
जो इतने गम-गीन हो गए हो तुम !
वो रोए तो मगर मुझसे मुँह मोड़कर रोए,
कोई मजबूरी होगी जो दिल तोड़कर रोए,
मेरे सामने कर दिए मेरी तस्वीर के टुकड़े,
मेरे बाद वो उन्हें जोड़-जोड़ कर रोए !
हे उपर वाले,
कोई एहसान करदे मुझपे इतना सा बता कर,
भुलाया कैसे जाता है दिल तोड़ने वाले को !
टूट सा गया है मेरी चाहतों का वजूद,
अब कोई अच्छा भी लगे तो इजहार नहीं करते !
हम न पा सके तुझे मुद्दतो चाहने के बाद,
और किसी ने तुझे अपना बना लिया,
चन्द रस्मे निभाने के बाद !
जिसको आज मुझमें हजारों गलतियां नजर आती हैं !
कभी उसी ने कहा था तुम जैसे भी हो मेरे हो !
जरा सी बात पर न छोड़ अपनों का दामन,
क्योंकि जिंदगी बीत जाती है अपनों को अपना बनाने में !
ऐ दिल ऐ दिल तु उसे भूल जा,
तरसना छोड़ दे तड़पना छोड़ दे,
ऐ दिल ऐ दिल तु उसे भूल जा !
उनको मालूम है कि उनके बिना,
हम टूट जाते हैं,
फिर क्यूँ वो आज़माते हैं,
हमको बिछड़-बिछड़ कर !
ऐसा नहीं है कि अब तेरी जुस्तजू नहीं रही,
बस टूट कर बिखरने की आरजू नहीं रही !