संभाले नहीं संभलता है दिल,
मोहब्बत की तपिश से न जला,
इश्क तलबगार है तेरा चला आ,
अब ज़माने का बहाना न बना।

कुछ लिखा नही उसके नाम के बाद,
मैं सोया ही नही उस शाम के बाद।

तुम्हारी फ़िक्र है मुझे कोई शक नहीं,
तुम्हे कोई और देखे ये किसी को हक़ नहीं।

कोई चांद सितारा है तो कोई फूल सा प्यारा है,
जो दूर रहकर भी हमारा है वो नाम सिर्फ तुम्हारा है।

तुम्हारे साथ खामोश भी रहूँ तो बातें पूरी हो जाती हैं,
तुम्हे देखकर ही मेरी सारी ख्वाहिशें पूरी हो जाती है।

बेखबर से रहते हो और खबर भी रखते हो,
बात भी नहीं करते और प्यार भी करते हो।

मेरी एक प्यारी सी विश पूरी करोगे,
रोज़ सोने से पहले किश करोगे।

खबर ही नहीं हुई कि कब तुम मेरे दिल में आ गए,
मेरी आँखों में बसकर मेरी नींदे उड़ा गए।

कभी लफ्ज़ भूल जाऊं तो कभी बात भूल जाऊं,
तूझे इस कदर चाहूँ कि अपनी जात भूल जाऊं, 
कभी उठ के तेरे पास से जो मैं चल दूँ, 
जाते हुए खुद को तेरे पास भूल जाऊं।

तेरी हसी देख फूलों सा खिल जाता हूँ,
तू वजह है जो मैं हर पल मुस्कुराता हूँ।

दुख की शाम हो या खुशी का सवेरा,
सब कुछ कबूल है अगर साथ है तेरा।

अपने इस दिल में तेरा ताज बनाया है,
मोहब्बत के महल में तेरी तस्वीर लगाया है,
आजमा के देख लेना एक बार इश्क़ में, 
मरने का कफ़न बहुत पहले सिलवाया है।

बहुत खूबसूरत हैं ये आँखें तुम्हारी,
इन्हें बना दो किस्मत हमारी,
हमें नहीं चाहिये ज़माने की खुशियाँ,
अगर मिल जाये मोहब्बत तुम्हारी।