दिन में कब भला रात की रानी ने फ़िज़ा महकाई,
रातों में ही हमें आपकी यादों ने सताई,
ये चलती हुई धीमी हवाये कुछ बताती है,
तेरे प्यार की खुशबू को हमारे पास लाई है।
मिलने आएंगे हम आपसे ख्वाबो में,
जरा रोशनी के दिये बुझा दीजिये,
अब और नही होता इंतेजार आपसे मुलाकात का,
जरा अपनी आंखों के परदे को गिरा दीजिये।
दिल चाहता है कि तुझे रोज देखा करें,
यादों में कब तक तेरी हम आहें भरें,
मिलना तुमसे शायद मेरे मुकद्दर में नहीं,
कम से कम ख्वाबो में तो मुलाकात करें।
ठंडी-ठंडी भीगी रातो में,
जब हवा का झोंका आता है,
हम जैसे ही आंखे बंद करते है,
दिल उनकी यादों में खो जाता है।
जब इन तन्हा रातो में हमारी याद सताये,
और रात की हवा तुम्हारी बालो को सहलाये,
बस तुम आंखे बंद करके सो जाना,
शायद हम आपके ख्वाबो में आ जाये।
इस चाँद का काम है रातो को रौशनी देना,
इन तारो का काम है सारी रात चमकते रहना,
हमारे दिल का काम है आपकी याद में धड़कते रहना,
और हमारा काम है आपकी सलामती की दुआ करते रहना।
आज आपकी रात की अच्छी शुरुआत हो,
रात भर खुबसूरत सपनो की बरसात हो,
जिन्हें आपकी निगाहे हर वक़्त ढूंढती रहती है,
खुदा करे आपसे उनकी सपनो में मुलाकात हो।
चाँद की चाँदनी से एक पालकी बनाई है,
ये पालकी हमने तारों से सजाई है,
ये हवा जरा धीरे-धीरे ही चलना,
मेरी मोहब्बत को प्यारी सी नींद आई है।
रात आपकी चाँद की रौशनी जैसा उजाला हो,
हर कोई आपको चाहने वाला हो,
आपका हर वक़्त गुजरे उनकी ही यादो में,
ऐसा कोई आपके सपने को सजाने वाला हो।
रातों को जब ये चाँद सितारे चमकते है,
हम हर पल आपकी याद में तड़पते है,
आप तो चले जाते हो छोड़कर हमें,
हम तो रात भर आपसे मिलने को तरसते है।