जिसकी आँखों में कटी थी सदियाँ,
उसी ने सदियों की जुदाई दी है !!

जुदा हो कर भी जी रहे हैं मुद्दत से,
कभी कहते थे दोनों कि जुदाई मार डालेगी !

हर मुलाकात का अंजाम जुदाई क्यों है,
अब तो हर वक्त यही बात सताती है हमें !