फिर न सिमटेगी मोहब्बत अगर बिखर जायेगी,
जिंदगी जुल्फ नहीं जो फिर से सवंर जायेगी,
थाम लो हाथ उसका जो प्यार करे तुमसे,
क्योंकि ये जिंदगी लौटती नही अगर गुजर जायेगी।

दूर जाकर भी मुझे अपने पास पाओगी,
नफरत करके भी मुझे अपने करीब पाओगी,
तुम इस कदर मेरे रोम-रोम में बस गई हो,
क्या कभी तुम मेरे प्यार को समझ पाओगी।

फूलों पर जैसे पड़ती बारिश की बौछार है,
चमकने को जैसे फूल भी तैयार है,
उसी तरह मेरा दिल भी बेकरार है,
अब कैसे कहु मुझे तुझसे कितना प्यार है।

मेरे सपनों में हर रोज तुम आती हो,
हर सुबह मुझे तुम ही जगाती हो,
इतना क्यों तुम मुझे सताती हो,
अगर प्यार है तो क्यों नहीं कह पाती हो।

जीवन में मुझे सिर्फ तेरा प्यार चाहिए,
तनहा है मेरा हाथ तेरा हाथ चाहिए,
जूनून-ए-इश्क को तेरी सौगात चाहिए,
मुझे जीने के लिए तेरा साथ चाहिए।

पूरी उम्र तुम्हारे साथ मैं चलना चाहता हूं,
तेरे नाम के साथ अपना नाम जोड़ना चाहता हूं,
तुझमे ही अब मेरा रब दिखता है,
अपनी जान से भी ज्यादा मैं तुझे चाहता हूं।

आँखों की गहराई को समझ नहीं सकते,
होठों से हम कुछ कह नहीं सकते,
अब कैसे बयाँ करे आपको ये दिल-ए-हाल,
एक तुम ही हो जिसके बिना हम रह नहीं सकते।

नैनो से नैना मिलाकर मोहब्बत का इजहार करू,
बनकर ओस की बूंदे जिंदगी तेरी गुलजार करू,
संवर जाएगी तेरी मेरी जिंदगी इश्क़ के सफर में,
थाम ले तू हाथ मेरा मैं तेरे हर बात पर ऐतबार करू।

अपनी मोहब्बत से सजाना है तुझको,
कितनी चाहत है ये बताना है तुझको,
राहों में बिछा के मोहब्बत अपनी,
प्यार के सफर पे ले जाना है तुझको।

इकरार में शब्दों की एहमियत नही होती,
दिल के जज्बातों की आवाज़ नही होती,
आँखें बया कर देती हैं दिल की दास्तान,
मोहब्बत लफ्ज़ो की मोहताज़ नही होती।

अपने दिल की बात उन्हें कह नहीं सकते,
बिन कहे भी हम रह नही सकते,
काश की वो खुद आके कहते हमसे,
कि हम भी आपके बिना रह नहीं सकते।

तेरी खुशियों को मैं सजाना चाहता हूँ,
तुझे देखकर मुस्कुराना चाहता हूँ,
मेरी जिंदगी में क्या अहमियत हैं तुम्हारी,
ये लफ्जों में नहीं पास आकर बताना चाहता हूँ।