अगर अपनी किस्मत लिखने का जरा सा भी हक हो मुझे,
तो अपने नाम के साथ तुझे हर बार लिखूं !!

न जाने इतना प्यार कहां से आया है तुम्हारे लिये,
की मेरा दिल भी तुम्हारे खातिर मुझसे ही रूठ जाता है !

मेरे वजूद मे काश तू उतर जाए,
मैं देखु आईना और तू नजर आए !

उसके साथ रहते रहते हमे चाहत सी हो गयी,
उससे बात करते करते हमें आदत सी हो गयी,
एक पल भी न मिले तो न जाने बेचैनी सी रहती है,
दोस्ती निभाते निभाते हमे मोहब्बत सी हो !