यह कैसी घटा छाई हैं,
हवा में नई सुर्खी आई है,
फैली है जो सुगंध हवा में,
जरुर महादेव ने चिलम लगाई है।

हर तकलीफ से इंसान का दिल दुखता बहुत है,
पर हर तकलीफ से इंसान सीखता,
भी बहुत है हर हर महादेव ।

क्या खाक मजा है जीने में,
जब तक महादेव न बसे सीने में ।

महांकाल की भक्ति में खो कर देखो,
कोई दुःख तुमारे पास नही आएगा ।

महाकाल नाम की चाबी ऐसी जो हर ताले को खोले,
काम बनेंगें उसके सारे जो
जय श्री महाकाल 🙏

प्रभु की बनाई कुदरत नहीं देखी,
दिलों में छुपी दौलत नहीं देखी,
जो कहते है भगवान नहीं इस दुनिया में,
शायद उसने अभी तक उज्जैन में,
महाकाल की चौखट नहीं देखी !

मोहोब्बत का तो पता नही पर दिल लगी,
सिर्फ महाँकाल से है जय “ श्री महाँकाल ”

काल भी तुम महाकाल भी तुम,
लोक भी तुम त्रिलोक भी तुम,
शिव भी तुम और सत्य भी तुम।
जय श्री महाकाल 🙏

जब तेरे कर्मो में सुधार होगा,
तब महाँकाल को तुझसे प्यार होगा !