चर्चा हुई जब ऊपरवाले की मेहरबानियों की,
तो मैंने खुद को बहुत ख़ुशनसीब पाया,
जब ज़िन्दगी में जरूरत पड़ी एक अच्छे दोस्त की,
तो ऊपरवाला खुद ही दोस्त बनकर चला आया।
मुझे सुलाने के लिए जब रात आती है,
हम सो नही पाते रात खुद सो जाती है,
पूछने पे दिल से एक आवाज़ आती है,
आज दोस्त को याद कर ले रात तो रोज आती है।
फूलों की खुशबू को चुराया नहीं जा सकता,
चाँद की रोशनी को छुपाया नहीं जा सकता,
चाहे दूरियां कितनी भी हो मेरे दोस्त,
चाहकर भी दोस्त को भुलाया नहीं जा सकता।
ऐ दोस्त तुम्हारी दोस्ती पर नाज़ करते है,
मिलने की तुमसे हम खुदा फ़रियाद करते है,
मुझे नहीं पता लेकिन घरवाले कहते है,
कि हम नींद में भी तुमसे ही बात करते है।
दोस्ती तो इन्सान की ज़रुरत है,
दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है,
दोस्तो के प्यार की वजह से जिंदा हूँ,
वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है।
महक दोस्ती की इश्क से कम नहीं होती,
और इश्क से जिन्दगी ख़त्म नहीं होती,
अगर साथ हो जिन्दगी में अच्छे दोस्तों का,
तो ज़िंदगी जन्नत से कम नहीं होती।
सितारों की छाया में एक पालकी बनाई है,
ये पालकी को हमने बड़े प्यार से सजाई है,
ऐ हवा ज़रा तू धीर-धीरे ही चलना,
क्योंकि मेरे दोस्त को बहुत प्यारी नींद आई है।
मेरे किसी भी सवालो का जवाब ना आया,
तुझसे दोस्ती करने का हिसाब ना आया,
हम तो जागते रहे तेरे ही ख्यालों में,
और तुम्हे सो कर भी हमारा ख्वाब ना आया।
चाँद की दूरी तो एक रात तक है,
सूरज की दूरी भी बस एक दिन तक है,
और हम दोस्ती में वक़्त नही देखते,
क्योंकि दोस्ती की हद आखिरी सांस तक है।
फूल बनकर मुस्कुराना ज़िंदगी है,
मुस्कुरा के गम भुलाना भी ज़िंदगी है,
मिलकर लोग खुश होते है तो क्या हुआ,
बिना मिले दोस्ती निभाना भी ज़िंदगी है।
चाँद की दुनिया भी बहुत प्यारी होगी,
ज़रूर सितारों की भी मीठी कहानी होगी,
यूं ही नहीं लगता आसमान इतना खुबसूरत,
वो भी ज़रूर किसी के दोस्ती की निशानी होगी।
दिल में मेरे एक शोर हो रहा है,
बिना एसएमएस के मेरा दोस्त बोर हो रहा है,
कहीं ऐसा तो नहीं की मेरा प्यारा दोस्त,
गुड नाईट विश किए बिना ही सो रहा है।
ये चाँदनी रात तुझे देखने आ रही है,
ठंडी हवा तेरे घर को दस्तक दे रही है,
जरा उठकर खिड़की की तरफ देखो मेरे दोस्त,
ये चाँद और सितारे तुम्हे गुड नाइट कह रही है।
दोस्त अब रात बहुत हो गई तुम सो जाओ,
मीठे मीठे सपनो में तुम अब खो जाओ,
कोई तुम्हारा सपनों में इंतज़ार कर रहा है,
उसके पास जाकर थोड़ा मिलकर आओ।
दोस्त अब तुम्हे गुड नाईट कह रहा हूं,
तुम्हारे ख्वाबो को सलाम कहने आया हूं,
दुआ करता हूं सबसे हसीन गुज़रे ये रात तुम्हारी,
ऐ दोस्त आज रात बस यही पैग़ाम देने आया हूं।
क्यों मुश्किलों में साथ देते हैं दोस्त,
क्यों गम को बाँट लेते हैं दोस्त,
न रिश्ता खून का न रिवाज से बंधा है,
फिर भी ज़िन्दगी भर साथ देते हैं दोस्त।
ये चाँदनी रात और तारों के साथ,
हम भी है महफ़िल में दोस्तों के साथ,
गुड नाईट मेरे प्यारे दोस्त,
हमें भूल ना जाना मिलकर औरो के साथ।
ये रात चांदनी बनकर आगन में आए,
ये तारे लोरी गा कर आपको सुनाए,
आयें आपको इतने प्यारे सपने मेरे दोस्त,
नींद में भी आप हलके से मुस्कुराए।
रात क्या हुई रौशनी को भूल गए,
चाँद क्या निकला सूरज को भूल गए,
हमने तुम्हें कुछ देर मैसेज नही किया दोस्त,
तो क्या समझे हम तुम्हे याद करना भूल गए।
दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है,
दोस्ती ही तो सुख दुख की पहचान होती है,
रूठ भी गए अगर हम तो दिल पर मत लेना,
क्योंकि दोस्ती थोड़ी सी नादान होती है।