जो इलजाम रह गया हो,
वो मेरे कफन पर लिख देना !
कभी टुटा नही दिल से तेरी याद का रिश्ता,
गुफ्तगू हो न हो ख्याल तेरा ही रहता है !
उसने कह दिया भूल जाओ मुझे,
मैंने भी हंसते हुए कह दिया कोन तुम !
न आवाज हुई न तमासा हुआ,
बड़ी ख़ामोशी से टूट गया,
एक भरोंसा जो तुझपे था !
प्यार किया बदनाम हो गए,
चर्चे हमारे सरेआम हो गए,
जालिम ने दिल उस वक्त थोडा,
जब हम उसके गुलाम हो गए ।
रोज़ पिलाता हूँ एक ज़हर का प्याला उसे,
एक दर्द जो दिल में है मरता ही नहीं है।
लोग मुन्तजिर ही रहे कि हमें टूटा हुआ देखें,
और हम थे कि दर्द सहते-सहते पत्थर के हो गए !
हम उम्मीदों की दुनियां बसाते रहे,
वो भी पल पल हमें आजमाते रहे,
जब मोहब्बत में मरने का वक्त आया,
हम मर गए और वो मुस्कुराते रहे ।
आज के बाद ये रात,
और तेरी बात नहीं होगी !
जो नजर से गुजर जाया करते हैं,
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते हैं,
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते,
बस चुपचाप बिखर जाया करते हैं !
हम तुम्हे खोना नही चाहते,
और तुम्हारे बगैर,
किसी का होना नही चाहते !
यूं ही नहीं याद आते है,
अब वो बचपन के दिन,
जिंदगी के बोझ से तो,
हल्का ही था वो स्कूल बैग !
लग गयी आग उस आशियाने में,
जिसमें तू कभी रहती थी !😒
तेरे गम भी गजब सी चुभन छोड़ जाते हैं,
हसते हसते भी हमारे आंसु छलक जाते हैं ।
आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं,
उनके खतों को पानी में बहाकर आए हैं,
कोई निकाल न ले उन्हें पानी से,
इसलिए पानी में भी आग लगाकर आए हैं !
दर्द जख्म सुकून नहीं है,
मेरी तरह इश्क का जूनून नहीं है,
मोहब्बत बहती है रगों में मेरी,
रगों में मेरी खून नहीं !
मेरा खयाल जेहन से मिटा भी न सकोगे,
एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे,
तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे !
तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है ऐ सनम
जिसका रास्ता बहुत खराब है,
मेरे जख्म का अंदाजा तू न लगा,
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है !!
जहर देता है कोई, कोई दवा देता है,
जो भी मिलता है मेरा दर्द बढ़ा देता है !!
गमो का बाजार खाली पड़ा है,
क्यूंकि यहाँ हर किसी के पास गम जो पड़ा है !