दो तरह के आशिक होते हैं, एक हासिल करने वाले और दूसरे इंतज़ार करने वाले !
हालात कह रहे है की अब मुलाक़ात नहीं होगी, उम्मीद कह रही है जरा इन्तेज़ार कर ले !!
मिलने का मज़ा अक्सर ! इंतज़ार के बाद ही आता है !!