रात गुजारी फिर महकती सुबह आई,
दिल धड़का फिर तुम्हारी याद आई,
आँखों ने महसूस किया उस हवा को,
जो तुम्हें हूँ कर हमारे पास आई !
तुम्हारी याद में आँखों का रतजगा है,
कोई ख़्वाब नया आए तो कैसे आए !
मुझे तेरी हर निशानी प्यारी है,
फिर चाहे वो दिल का दर्द,
हो या आँखों का पानी !
खुदा बचाए तेरी मस्त मस्त आँखों से,
फरिश्ता हो तो बहक जाए
आदमी क्या चीज है !
तेरी सूरत जो भरी रहती है आँखों में सदा,
अजनबी चेहरे भी पहचाने से लगते हैं मुझे !
महफिल अजीब है ना ये मंजर अजीब है,
जो उसने चलाया वो खंजर अजीब है,
ना डूबने देता है ना उबरने देता है,
उसकी आँखों का वो समंदर अजीब है !
आँखों की बात है आँखों को ही कहने दो,
कुछ लफ्ज लबों पर मैले हो जाते हैं !
पैगाम लिया है कभी पैगाम दिया है,
आँखों ने मोहब्बत में बड़ा काम किया है !
मुस्कुरा के देखा तो कलेजे में चुभ गयी,
खँजर से भी तेज लगती हैं आँखें तेरी !
आँखों से आँखें मिला कर तो देखो,
हमारे दिल से दिल लगा कर तो देखो,
सारे जहान की खुशियाँ तेरे दामन में रख देंगे,
हमारे प्यार पर जरा ऐतबार करके तो देखो !
होंठो पर हसी आँखो में नमी है,
हर सांस कहती है बस तेरी ही कमी है !
डूबा हुआ हूँ ना निकल पाऊँगा मैं कभी,
खूबसूरत मुस्कुराहट और आँखों से तेरी !
सुकून की तलाश में तुम्हारी आँखों में झाँका था,
किसे पता था कम्बखत दिल का दर्द और मिल जाएगा !
पानी में तैरना सीख ले मेरे दोस्त,
आँखों में डूबने वालों का अंजाम बुरा होता है !
लोग नजरों को भी पढ़ लेते हैं,
अपनी आँखों को झुकाए रखना !
आपकी आँखें उठी तो दुआ बन गई,
आपकी आँखें झुकी तो अदा बन गई,
झुक कर उठी तो हया बन गई,
उठ कर झुकी तो सदा बन गई !
जाने क्यों डूब जाता हूँ हर बार इन्हें देख कर,
इक दरिया हैं या पूरा समंदर हैं तेरी आँखें !
अपनी आँखो मे मेरा नाम,
लिख दो हर रोज तुम अपना,
दिल मेरे नाम कर दो !
कभी बैठा के सामने पूछेंगे तेरी आँखो से,
किसने सिखाया है इन्हें हर दिल में उतर जाना !
अब तो उससे मिलना और भी,
जरूरी हो गया है सुना है उसकी,
आँखो मै मेरा अक्स नजर आता है !