तन्हाई में रोना हमारी जरूरत बन गई,
मेहफ़िल में हँसना हमारी आदत बन गई,
दिल के दर्द को चेहरे से बया नही होने देते,
और यही दर्द हमारे जीने की आदत बन गई।
उल्फत बदल गई कभी नियत बदल गई,
खुदगर्ज जब हुए तो फिर सीरत बदल गई,
अपना कुसूर दूसरों के सर पर डाल कर,
कुछ लोग सोचते हैं की हकीकत बदल गई।
तूने मेरे जिस दिल को ठुकरा रखा है,
मैंने उसी दिल में तेरा आशियाना बसा रखा है,
दिल तो करता है कि मरकर समा जाऊँ इसमें,
पर तूने तो मेरी मौत को भी ग़ुलाम बना रखा है।
क्यों वक़्त के साथ खुशियां चली जाती है ,
मुस्कुराती जिंदगी भी उदास हो जाती है ,
पहले ये दिन बहुत खुबसूरत लगते थे,
आज बिना मुस्कुराये ही रात हो जाती है।
काश मैंने दिल की बात ना मानी होती,
तो ना इश्क़ में डूबी ये जवानी होती,
मैं ज़िन्दग़ी जी रहा हूँ अब बिन साये के,
क़ाश मैंने तेरी असलियत पहचानी होती।
इस तरह हमसे रूठ कर ना जाया करो,
दिल को यूं तकलीफ ना पहूँचाया करो,
कि बड़ा मुश्किल है तुम्हारे बिना जीना,
मेरे प्यार पर कुछ तो तरस खाया करो।
जिंदगी में अपनापन तो हर कोई दिखाता है,
पर अपना कौन है यह तो सिर्फ वक्त बताता है।
आज जरूरत है जिनकी वो पास नही है,
अब उनके दिल में वो एहसास नही है,
तड़पते है हम उनसे दो पल बात करने को,
अब वक्त हमारे लिए उनके पास नही है।
वो खुश हैं पर शायद हम से नहीं,
वो नाराज हैं पर शायद हमसे नहीं,
कौन कहता हैं उनके दिल में मोहब्बत नहीं,
मोहब्बत तो हैं पर शायद हमसे नहीं।
अब इश्क़ करने का भुगता ख़ाम्याज़ा जा रहा है,
आज फ़िर किसी आशिक़ का जनाज़ा जा रहा है।
इतनी मोहब्बत थी हमे उनसे,
ना जाने क्या कमी पड़ गयी,
वो चली गयी हमसे ये बोलकर की,
तेरी मोहब्बत में बेईमानी भर गयी।
वादा करता हूँ उम्र भर तेरा इंतज़ार करूंगा,
तेरे जाने के बाद भी मैं तुझसे ही प्यार करूंगा,
माना मेरी किस्मत में तू नहीं है लेकिन,
खुदा से तुझे पाने की दुआ तो हर बार करूंगा।
दिल लगा है तो लगा रहने दीजिए,
इश्क करने की एक सज़ा रहने दीजिए,
नफ़रत करिये हमसे पर दिल ना लौटाइये,
ज़िन्दा रहने की कोई तो वजह रहने दीजिए।
हमने इस प्यार के सफर में,
दो ही चीज सिख पाया हूं,
प्यार में खुद को आबाद करदो,
या फिर दुसरो को बर्बाद करदो।
हमे आपसे कोई शिकायत नही,
हमारे नसीब में ही आपकी चाहत नही,
हमारी किस्मत भी हमसे रूठ गई,
अब हमारे दिल को किसी की चाहत नही।
सोचता हूं उन्हें अब हम तड़पाए,
किसी और का नाम लेकर उन्हें सताए,
लेकिन मोहब्बत तो इस दिल ने किया था,
अब अपने इस दिल को कैसे समझाए।
हमे जो भी मिला सारे मतलबी निकले,
इस दुनिया में अपना कोई मिला नहीं,
अब खुदसे भी उम्मीदे हमारी टूट गई है,
और हमारे प्यार ने भी हमारा साथ दिया नहीं।
सच्ची मोहब्बत दोनों तरफ से नही होता,
प्यार में एक शक्स दिल तोड़ जाता है,
कहते है प्यार में दिए जख्म तो भर जाते है,
लेकिन वो जख्म अपना निशान छोड़ जाता है।
सपने सजाये थे हमने उनके साथ रहने के,
लेकिन ज़माने ने हमारा सपना ही तोड़ दिया,
कभी वक़्त के तन्हाइयो में रहे,
तो कभी वक़्त ने ही हमारा साथ छोड़ दिया।