सुबह-शाम मेरे दिल ने रब से दुआ माँगी,
तुझे माँगा और तेरी वफ़ा माँगी,
हमारा प्यार कभी कम न हो,
मैंने अपनी ख़ुशी से पहले तेरी ख़ुशी माँगी।
दिल की बातो को जुबा पे आने दे,
तेरी आँखों में मुझे आज खो जाने दे,
आदत हो गई है मुझे तेरे प्यार की,
इस प्यार के समंदर में डूब जाने दे।
चाहत का सिलसिला इस कदर बढ़ा है,
हमने अपनी साँसों में उनका ही नाम पढ़ा है।
मेरे दिल में जो बात है तुझसे कहना है,
धड़कन बनके तेरे दिल में ही रहना है,
हर पल तेरे संग मैं जीना चाहता हु,
मौत आए तो तेरी बाहो में ही मरना है।
झुककर मैं अपने प्यार का इजहार करता हु,
अपनी जान से भी ज्यादा मैं तुझसे प्यार करता हु।
खुदा का रहम है जो मुझे तुझ से मिलाया है,
तुम ही मंजिल हो ये दिल को समझाया है,
अब एक पल भी तुमसे दूर नहीं रहना मुझे,
तेरे संग ही अपनी पूरी ज़िंदगी बिताना है।
आपका प्यार साथ होता तो क्या बात होती,
जीवन के सफर में तेरे हाथो में मेरी हाथ होती,
सपनो में ही आपसे प्यार की बाते होती है,
अगर ये सपने हकीकत बन जाते तो क्या बात होती।
जो मैं रूठ जाऊं तो तुम मना लेना,
कुछ न कहना बस सीने से लगा लेना।
चुरा के हमसे नजर कहा तक जाओगे,
जहां भी जाओगे सिर्फ हमे ही पाओगे।
आँखे बंद करू तो तुझे धड़कनो के करीब पाऊ,
अब सपनो में भी तेरे और करीब जाऊ,
तुझे बाहो में भरकर भी दिल नहीं भरता,
इससे ज्यादा तुझे और कितना करीब लाऊ।
तुम्हारी हँसी में ही छुपी मेरी मुस्कान है,
तुम्हारी धड़कन में ही बसी मेरी जान है।
मेरे मुस्कुराहट की वजह तुम बने रहना,
यूही प्यार का ये दामन बस थामे रहना,
जीवन के हर सफर में तुम्हारे साथ रहुगा,
जब मुश्किल आये तो मेरे साथ खड़े रहना।
चाँद सा ये मासूम चेहरा तेरा,
तू एक हया की मूरत है,
तुझे देख के कलिया भी सरमा जाए,
तू इतनी ख़ूबसूरत है।
हर एक जाम का नशा आपकी आँखों में है,
पल में मदहोश करदे ऐसी अदा आपकी बातों में है।
खुबसूरत सा एक पल किस्सा बन गया है,
न जाने कब वो मेरी ज़िंदगी का हिस्सा बन गया है,
वो ज़िंदगी के सफर में मीले कुछ ऐसे,
की उनसे कभी न टूटने वाला रिश्ता बन गया।
कहा से लाऊं वो लफ्ज जो सिर्फ तुझे सुनाई दे,
दुनिया देखे चांद को और मुझे सिर्फ तू दिखाई दे।
मैं चाहता हु जब-जब मेरी आँखे खुले,
मेरे सामने बस तुम्हारा ही चेहरा हो,
तुम्हारा ये दिल सिर्फ मेरे लिए धड़के,
और इस दिल पे सिर्फ मेरा ही पेहरा हो।
मेरी आँखों की चमक और पलकों की शान हो तुम,
मेरी चलती हुई सांसे और इस धड़कन की जान हो तुम।
जुदाई सेहने की आदत नहीं है,
बिन तेरे रहने की चाहत नहीं है,
चाहत है तो सिर्फ तेरे साथ जीने की,
बिन तेरे जीने की हमारी ख्वाहिश नहीं है।
ना चांद की चाहत ना तारो की फरमाइश,
हर जनम में तेरा साथ हो इतनी सी है ख्वाहिश।