बेशक नजरों से दूर हो,
पर तुम मेरे सबसे करीब हो !

फिक्र तो तेरी आज भी करते है,
बस जिक्र करने का हक नही रहा !

तेरे एक खत के इंतजार में हमने,
आजतक अपना पता नही बदला !

काश तेरी यादों का खजाना बेच पाते हम,
हमारी भी गिनती आज अमीरों में होती !

कभी फुरसत मिले तो देख लेना एक बार,
किसी नजर को तेरा इंतजार आज भी है !

सुना है मोहब्बत उसको दुआयें देती है,
जो दिल पर चोट तो खाये मगर गिला न करे !

छोड़ दो किस्मत की लकीरों पर यकीन करना,
जब लोग बदल सकते हैं तो किस्मत क्या चीज है !

ऐसा नही की आपकी याद आती नही,
खता सिर्फ इतनी है के हम बताते नही !

अकेलेपन का अपना भी एक मजा है,
मैंने खुद को पा लिया तेरी राह देखते देखते !

ना साथ है किसी का ना सहारा है कोई,
ना हम किसी के हैं ना हमारा है कोई !

जिसे मेरे नाम से मोहब्बत हुआ करती थी,
उसे मेरा नाम अब जहर सा लगता है !

वफा की उम्मीद लडको से ही क्यों होती है,
क्या कोई लड़की बेवफा नहीं होती है !

कदर न करना तो लाजमी था तुम्हारा,
हम तुम्हे मुफ्त में जो मिले थे !

कभी बातें करते करते हमें वक्त कम पड़ जाता था,
आज वक्त बहुत है लेकिन बातें कम पड़ गई हैं !

मेरे बीमार दिल कि मेडिसीन हो तुम,
फिर भी तुम मुझसे इतनी दूर हो !😒

चेहरे पे उदासी होंठों पे हंसी,
बस ऐसी जिंदगी हम जिये जा रहे हैं !

इस दिल को कभी वो सुकून मिला ही नहीं,
तो कैसे हम किसी से वो जख्म अदा कर पाएंगे !

चलो हम उजड़े शहर के शहजादे ही सही,
मगर तुम्हारी आँखे बताती है विरान तुम भी हो !

जो उनकी आँखों से बयां होते हैं,
वो लफ्ज शायरी में कहाँ होते हैं !

कैद खाने है बिन सलाखो के,
कुछ यूँ चर्चे है तुम्हारी आँखो के !