न कोई गिला करता हूँ न शिकवा करता हूँ
तुम सलामत रहो बस यही दुआ करता हूँ !
तेरे गमों को तेरी खुशी कर दे,
हर सुबह तेरी दुनिया में रौशनी भर दे,
जब भी टूटने लगे तेरी साँसे,
खुदा तुझमे शामिल मेरी जिन्दगी कर दे !
लौट आती है हर बार दुआ मेरी खाली,
जाने कितनी ऊँचाई पर खुदा रहता है !
तेरी मोहब्बत की तलब थी,
तो हाथ फैला दिए वरना,
हम तो अपनी जिन्दगी के लिए भी,
दुआ नहीं करते !
सुना था कि हर चीज मिल जाती है दुआ से,
वो क्यों नहीं मिलता जिसे माँगा था खुदा से !
उनके साथ जीने का एक मौका दे दे ए खुदा,
तेरे साथ तो हम मरने के बाद भी रह लेंगे !
दुआएँ मिल जाये यही काफी है,
दवाए तो कीमत अदा करने पर मिल ही जाती है !
तेरी मोहब्बत की तलब थी इसलिए
हाथ फैला दिए वरना हमने तो,
अपनी जिन्दगी की भी दुआ नहीं माँगी !
तुम दुआ हो मेरी सदा के लिए
मै जिंदा हूँ तुम्हारी दुआ के लिए
कर लेना लाख शिकवे हमसे,
मगर कभी खफा न होना खुदा के लिए !
मैंने वहाँ भी तुझे माँगा था,
जहाँ लोग सिर्फ खुशियाँ माँगा करते हैं !
मुझे याद रखना दुआओं में यारों,
बहुत दूर इक दिन चला जाऊँगा मैं !
मैंने तो हर दुआ में यही माँगा,
उसकी हर दुआ कुबूल हो !
हमने ये तो नहीं कहा की,
आपके लिए कोई दुआ ना मांगे,
बस इतना कहते है की दुआ में,
कोइ आपको ना मांगे !
दिल रहे साफ और,
लबो पर हंसी रहे रब,
सबकी जिंदगी में खुशी रहे !
न जाने किसने पढ़ी है मेरे हक में दुआ,
आज तबियत में जरा आराम सा है !
तेरी मोहब्बत की तलब थी,
इसलिए हाथ फैला दिए
वरना हमने तो अपनी,
जिन्दगी की भी दुआ नहीं माँगी !
जब भी देखता हूँ किसी के हँसते हुए चेहरे,
दुआ करता हूँ इनको कभी मोहब्बत ना हो !
जब कभी दिल दुआ देगा,
तो नफरत को मिटा देगा,
ये बेचारा इंसान क्या देगा,
जो भी देगा खुदा देगा !
वादे से पहले ये दुआ माँग लीजिये,
या रब उसे मेरी कसम का ऐतबार हो !
तुझे पाकर सारी दुआ कुबुल हो गई है,
तू मिली तो मुझे मेरी जन्नत मिल गई है !