तु़मसे मिला जो प्यार कु़छ अच्छे नसीब थे मेरे,
हम उन दिनों अमीर थे जब तुम करीब थे मेरे।
मंजिल भी तुम हो तलाश भी तुम हो,
उम्मीद भी तुम हो आस भी तुम हो,
तुझ से जुड़ी है मेरी हर सांसे,
अहसास तुम हो प्यास भी तुम हो।
हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते,
वक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करते।
ख्वाबों को हकीकत बनाना है,
तेरे संग पूरी ज़िंदगी बिताना है।
पास नही हो फिर भी तुम्हे प्यार करते हैं,
देखकर तस्वीर तुम्हारी याद करते हैं,
दिल में इतनी तड़प है मेरे,
हर वक्त तुझसे मिलने की फरियाद करते हैं।
मेरे हाथों में तेरा हाथ चाहिए,
ज़िंदगी के सफर में तेरा साथ चाहिए।
धीरे से तुम्हें मुस्कुराते देखा है,
दिल से तुम्हें अपना बना कर देखा है,
जिन्दगी खिल खिलाने लगी है मेरी,
कुछ लम्हे जब साथ बिता कर देखा है।
खामोश होठों पर भी मोहब्बत गुनगुनाती है,
तुम मेरी हो दिल से बस यही आवाज आती है।
एहसास के दामन में आंसू गिराकर देखो,
प्यार कितना है आजमा के तो देखो,
तुम्हें भूलकर क्या होगी दिल की हालत,
किसी आईने पे पत्थर गिरा कर देखो।
हमारी निगाहो में ना देखो निंदे चुरा लुंगा,
हमारे करीब आओ मोहब्बात सिखा दूंगा,
आपसे बहोत गेहरा रिश्ता है हमारा,
सपनो में भी आए तो अपना बना लुंगा।
अंदाज मेरी मोहब्बत का सब लगा लेते हैं,
जब तुम्हारा नाम सुनकर हम मुस्कुरा देते हैं।
सामने तुम बैठे रहो दिल को करार आएगा,
जितना देखेंगे तुम्हें उतना ही प्यार आएगा।
नशा था उनके प्यार का जिसमें हम खो गए,
उन्हें पता भी नहीं चला कि कब हम उनके हो गए।
अल्फाज़ की शक्ल में एहसास लिखा जाता है,
यहाँ पर पानी को प्यास लिखा जाता है,
मेरे जज़्बात से वाकिफ है मेरी कलम भी,
प्यार लिखूं तो तेरा नाम लिखा जाता है।
Alfaaz ki shakl mein yehsas likha jata hai,
yaha par pani ko pyas likha jata hai.
मेरी हर एक तड़प को सुकून मिल जाता है,
जब तेरा चेहरा मेरे सामने आ जाता है।
प्यार करने का हुनर हमें आता नहीं,
इसीलिए हम प्यार की बाज़ी हार गए,
हमारी ज़िन्दगी से उन्हें बहुत प्यार था,
शायद इसीलिए वो हमें ज़िंदा ही मार गए।
तुम साथ रहो तो हर मंजिल पूरी लगती है,
तुम्हारे बगैर अपनी ज़िन्दगी अधूरी लगती है।
मेरे दिन भर की थकान दूर हो जाती है,
जब रात को आपसे बात हो जाती है।
पास नहीं हो तुम फिर भी ये इंतज़ार क्यों है,
तुम ही बताओ ना हमें तुमसे इतना प्यार क्यों है।
तू हज़ार बार रूठेगी फिर भी माना लूंगा,
तुझसे प्यार किया है कोई गुनाह नहीं,
जो तुझसे दूर होकर खुदको सजा दूंगा।