दूर जाने की सोच कर पास चला आता है,
दिल जलता है बहुत जब,
तेरा हँसता हुआ चेहरा नजर आता है !
हँस कर हम जिन्दगी हर पल बिताते हैं,
तभी गमों में भी हम सिर्फ हँसते हुए नजर आते हैं !
बेवक्त बेवजह बेहिसाब मुसकुरा देता हूँ !
आधे दुश्मनो को तो यूँ ही हरा देता हूँ !
जिन्दगी में फर्क सिर्फ इतना पड़ा,
पहले हंसी आती थी अब लाता हूँ,
चेहरे पर मुस्कराहट !
बहुत खूबसूरत है तुम्हारी मुस्कराहट,
पर तुम ‘मुस्कुराते’ कम हो,
सोचता हूँ देखता ही रहूँ तुम्हे,
पर तुम नजर आते ही कम हो !
दिल क्या अपनी जान भी दे दें तुम्हें,
अपनी हंसी का दीदार जो कराना है हमें ।
किसी के हँसने की वजह तो नहीं बन सकते,
मगर किसी के रोने वजह तो मत बनो !
आपके हसीं में एक मासूमियत झलकती है,
आपकी मौजूदगी से हर महफिल महकती है ।
ऐ खुदा तेरा एक एहसान चाहिए,
मेरे अपनों के चेहरे पर हर पल
मुस्कान चाहिए !
लफ्ज यूं खामोशी से लड़ते हैं,
जिस तरह गम हंसी से लड़ते हैं !
हम से तू नाराज है किस लिये बता तो जरा,
हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया ।
जानती हूं हर समस्या का हल माफी ही है,
लेकिन हर बार माफी ही मांगू कभी,
माफ करने का भी मौका दो !
तुम खफा हो गए तो कोई खुशी ना रहेगी,
तुम्हारे बिना चिरागों में रौशनी ना रहेगी,
क्या कहें क्या गुजरेगी दिल पर ऐ दोस्त,
जिंदा तो रहेंगे लेकिन जिंदगी ना रहेगी !
नशा हुआ इश्क़ का कुछ ऐसा,
यादें दिमाग से भी साफ़ कर दो,
दिल पर पत्थर रखा,
हमेशा कहा अब हमें माफ कर दो !
खफा होने से पहले खता बता देना,
रुलाने से पहले हँसना सिखा देना,
अगर जाना हो कभी हम से दूर आप को,
तो पहले बिना सांस लिए जीना सिखा देना !
ख्वाबों में समिट कर रह गई है ज़िंदगी,
आप अभी भी माफी पर अटके हुए हैं!
कह दिया उसने अलविदा
जिसने कभी जुदा होने के
बारे में सोचा भी नहीं था।
ये रस्म निभा ली जाये अब तो लाजमी है की,
अलविदा बोले बिना आपसे,
इस दुनिया से विदा हो जाये !
अलविदा कहना तुझे आसान तो नहीं था,
पर शायद कहना जरुरी था !
अलविदा कह दिया उन्हे,
जिनसे कभी जुदा होने के,
बारे मे सोचा भी नही था !