कुछ सपने पुरे करने हैं,
कुछ मंजिलों से मिलना है,
अभी सफर सुरु हुआ है,
मुझे बहुत दूर तक चलना है !

अपनी मर्जी से कहां अपने सफर के हम हैं,
रुख हवाओं का जिधर का है उधर के हम हैं !

हम जितनी दुनिया देखते जाते है,
हमारी नजरिया का दायरा उतना ही,
बढ़ जाता है !

जिन्दगी के सफर में ये बात भी आम रही
की मोड़ तो आये कई मगर मंजिले गुमनाम रही !

मैं तो यूँ ही सफर पर निकला था,
एक अजनबी मिला और उसने अपना बना लिया !

ज़िंदगी एक ऐसा सफर है,
जिसकी राह ही इसकी मंजिल है !

जिंदगी के सफर में हिंदी वाला सफर करते रहिये,
वर्ना अंग्रेजी वाला Suffer तो लगा ही रहेगा !

जिन्दगी से मौत तक के सफर को ही,
ज़िन्दगी कहते हैं !!

अजीब सी पहेलियां हैं मेरे हाथों की लकीरों में,
लिखा तो है सफर मगर मंजिल का निशान नहीं !

पांव जमीन पर थे आसमान नजर में रहा निकला था,
मंजिल के लिए लेकिन उम्र भर सफर में रहा !

रस्ते कहाँ खत्म होते हैं जिंदगी के सफर में,
मंजिल तो वही है जहां ख्वाहिशें थम जाएँ !

जिंदगी यूँ हुई बसर तन्हा,
काफीला साथ और सफ़र तन्हा !

जिन्दगी से मौत तक के सफर को ही,
जिन्दगी कहते हैं !

बस एक छोटी सी दुआ है,
जिन लम्हों में मेरे अपने मुस्कुराते हो,
वो लम्हे कभी खत्म ना हो !

अब और क्या लिखूं उसकी प्यारी मुस्कान के बारे में,
बस कुछ यूं समझ लो की,
चमकता चांद है लाखों सितारों में !

मुस्कान और खुशियों का आपस में गहरा रिश्ता है,
अगर आप मुस्कान से रिश्ता जोड़ोगे,
तो खुशियां खुद आपके पास आएँगी !

ये जो भोली सी मुस्कराहट है ना आपकी,
बस यही तो जान ले लेती है कसम से हमारी !

रिश्ते सिर्फ प्यार के ही नहीं होते,
उनकी हँसी और हमारी खुशी का भी एक रिश्ता है ।

चेहरे पर हंसी और दिल में खुशियाँ रखता हूँ,
गरीब हूँ साहब पर जिंदगी हंस के जीता हूँ !

ये दुनियाँ जब भी मुस्कुराकर मिलती है,
सच कहूं तुम्हारी कमी बहुत खलती है ।