यूं ही नहीं याद आते है,
अब वो बचपन के दिन,
जिंदगी के बोझ से तो,
हल्का ही था वो स्कूल बैग !

लग गयी आग उस आशियाने में,
जिसमें तू कभी रहती थी !😒

तेरे गम भी गजब सी चुभन छोड़ जाते हैं,
हसते हसते भी हमारे आंसु छलक जाते हैं ।

आज हम उनको बेवफा बताकर आए हैं,
उनके खतों को पानी में बहाकर आए हैं,
कोई निकाल न ले उन्हें पानी से,
इसलिए पानी में भी आग लगाकर आए हैं !

दर्द जख्म सुकून नहीं है,
मेरी तरह इश्क का जूनून नहीं है,
मोहब्बत बहती है रगों में मेरी,
रगों में मेरी खून नहीं !

मेरा खयाल जेहन से मिटा भी न सकोगे,
एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे,
तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे !

दिल के पास आपका घर बना लिया,
ख्वाबों में आपको बसा लिया,
मत पूछो कितना चाहते हैं आपको,
आपकी हर खता को अपना मुक्कद्दर बना लिया !

उसके साथ रहते रहते हमे चाहत सी हो गयी,
उससे बात करते करते हमें आदत सी हो गयी,
एक पल भी न मिले तो न जाने बेचैनी सी रहती है,
दोस्ती निभाते निभाते हमे मोहब्बत सी हो !

मेरे वजूद मे काश तू उतर जाए,
मैं देखु आईना और तू नजर आए !

न जाने इतना प्यार कहां से आया है तुम्हारे लिये,
की मेरा दिल भी तुम्हारे खातिर मुझसे ही रूठ जाता है !

अगर अपनी किस्मत लिखने का जरा सा भी हक हो मुझे,
तो अपने नाम के साथ तुझे हर बार लिखूं !!

ये मोहब्बत है जनाब कितनी भी तकलीफ दे,
मगर सुकून भी उसी की बाहों में मिलता है !

तुम बस मुस्कुराया करो मेरी जान क्युकी,
तुम्हारी स्माइल में ही तोह मेरी जान बस्ती है !

तुम्हारा मेरा साथ चाहिए,
जो रिश्ता न टूटे वो हाथ चाहिए,
तुमसे जुदा होने का जो ख्याल आये,
तो रुक जाये बदन से वो सास चाहिए !

इतना प्यार तो मैंने खुद,
से भी नहीं किया जितना तुमसे हो गया है !

मेरी ज़िंदगी के हिस्से की धुल हो तुम,
जो दिल में खिले वो फूल हो तुम,
अब मेरे हर लम्हे में क़ुबूल हो तुम !

चाँद नहीं चांदनी हो तुम,
राग नहीं रागिनी हो तुम,
मेरी ज़िन्दगी को ज़िन्दगी बनाने वाले,
कोई गैर नहीं अपनी हो तुम !

वो मोहब्बत जो तुम्हारे दिल में है,
उसे जुबान पर लाओ और बयां कर दो,
आज बस तुम कहो और कहते ही जाओ,
हम बस सुने ऐसे बे-ज़ुबान कर दो !

दीवानगी मे कुछ ऐसा कर जाएंगे,
महोब्बत की सारी हदे पार कर जाएंगे,
वादा है तुमसे दिल बनकर तुम धड़कोगे,
और सांस बनकर हम आएँगे !

दिल पर आये इल्ज़ाम से पहचानते हैं,
अब लोग तो मुझे तेरे नाम से पहचानते हैं !