मैं बन जाऊं रेत सनम तुम लहर बन जाना !
भरना मुझे अपनी बाहों में अपने संग ले जाना !

अच्छा लगता हैं तेरा नाम मेरे नाम के साथ,
जैसे कोई खूबसूरत जगह हो हसीन शाम के साथ !

हर लम्हा तेरी याद का पैगाम दे रहा है,
अब तो तेरा इश्क मेरी जान ले रहा है।

अंदाजा मेरी मोहब्बत का सब
लगा लेते है जब तुम्हारा नाम
सुन कर हम मुस्कुरा देते हैं !

ये हमारी मोहब्बत है या कुछ और ये तो पता नही,
लेकिन जो तुमसे है वो किसी और से नही !

संभाल कर बोलो बात सुर तक जाएगी,
इश्क है हमसे तो हा कर दो,
वरना बहुत देर हो जायेगी !

ये जो तुम मेरा हालचाल,
बार बार पूछते हो,
बड़ा ही मुश्किल सवाल पूछते हो !
😘❣️😘❣️

आँखों पर तेरी निगाहों ने दस्तख़त क्या किए
हमने साँसों की वसीयत तुम्हारे नाम कर दी !

खो देता है अपने होश ये मेरा दिल,
जब भी आप सामने होते हैं,
कहना होता है कुछ और कह देता है कुछ !

तेरा नाम कुछ इस तरह से लिखा है दिल पे हमने कि,
कोई भी नाम ले तेरा तो दिल की धड़कन बढ़ जाती है !

हमारी तो सिर्फ एक ही ख्वाहिश हैं,
हर जन्म मेरे हमसफर तुम ही बनों !!

आगे सफर था और पीछे हमसफर था रुकते तो,
सफर छूट जाता और चलते तो हमसफर छुट जाता !

चेहरे पर तेरे सिर्फ मेरा ही नूर होगा उसके,
बाद फिर तू ना कभी मुझसे दूर होगा जरा,
सोच के तो देख क्या ख़ुशी मिलेगी जिस,
पल तेरी मांग में मेरे नाम का सिंदूर होगा !

आप जैसा हँसी हमसफर हो अगर,
जा रहे हैं कहाँ सोचता कौन हैं !!

हमसफ़र साथ हो तो बुढ़ापे में भी,
खूबसूरती झलकती है !!

राह भी तुम हो राहत भी तुम ही हो,
मेरे सुख और दुख को बांटने वाली,
हमसफर भी तुम ही हो !

एक ही मंजिल है उनकी एक ही है रास्ता,
क्या सबब फिर हमसफ़र से हमसफ़र लड़ने लगे !

जिंदगी की राहो में मिलेंगे तुम्हें हजारों हमसफर,
लेकिन उम्र भर भूल ना पाओगे वह मुलाकात हूँ मैं !

मेरा सफ़र अच्छा है लेकिन मेरा,
हमसफर उससे भी अच्छा है !

सामने मंजिल थी और पीछे उसका वजूद,
क्या करते हम भी यारों,
रुकते तो सफर रह जाता चले तो हमसफर रह जाता !