वफा सीखनी है तो मौत से सीखो,
जो एक बार अपना बना ले तो,
फिर किसी का होने नहीं देती !
“आसमान के परे मुकाम मिल जाए,
खुदा को मेरा ये पैगाम मिल जाए,
थक गयी है धड़कनें अब तो चलते चलते,
ठहरे ये सांसे तो शायद आराम मिल जाए !
“मौत पर भी यकीन है उस पर भी एतबार है !
देखते हैं पहले कौन आता है दोनो का इंतज़ार है !😒
“मौत को तो यूँ ही बदनाम करते हैं लोग,
तकलीफ तो साली जिन्दगी देती है!😭
क्या कहूँ तुझे ख्वाब कहूँ तो टूट जायेगा,
दिल कहूँ तो बिखर जायेगा !
आ तेरा नाम जिन्दगी रख दूँ !
मौत से पहले तो तेरा साथ छूट न पायेगा !
किसी खुशी के साथ जीना हो नही पा रहा मेरा,
मुझे अब किसी गम के साथ मौत का सफर तय करना है !
हद तो ये है कि मौत भी तकती है दूर से हमें ,
लेकिन उसको इंतजार है मेरी खुदकुशी का है ।
सुलगती जिंदगी से मौत आ जाये तो बेहतर है !
हमसे दिल के अरमानों का अब मातम नहीं होता !
तू बदनाम ना हो इसलिए जी रहा हूँ मैं
वरना मरने का इरादा तो रोज होता है !😭
याद तुम रोज आते हो,
पर जिकर मैं करता नहीं,
ये प्यार हैं मेरा जो जुबा से निकलता नहीं !
मुझे मिस करके तुम रोज ऐसे ही आना,
और रोज थोड़ा थोड़ा ऐसे ही सता जाना !
मेरी हर सांस में तू है मेरी हर खुशी में तू है,
तेरे बिन ज़िन्दगी कुछ नहीं क्योकि मेरी,
पूरी जिन्दगी ही तू है !!
तेरे हिस्से का वक्त मैंने आज भी,
किसी को नहीं दिया आज भी तेरी याद में,
गुजार देता हूँ पूरा दिन 🌹😢!!
बिन देखे तेरा यूँ मोहब्बत करना मुझसे,
बस तेरी यही चाहत ही मेरा नसीब है !
तु बिलकुल चांद की तरह है,
ए सनम नूर भी उतना ही,
गुरुर भी उतना ही,
और दूर भी उतना ही !
कुछ हसरतें अधूरी ही रह जायें तो अच्छा है !
पूरी हो जाने पर दिल खाली खाली सा हो जाता है !
दिल में आप हो और कोई खास कैसे होगा,
यादों में आपके सिवा कोई पास कैसे होगा,
हिचकियॉं कहती हैं आप याद करते हो,
पर बोलोगे नहीं तो मुझे एहसास कैसे होगा !
“यूं रूठ जाना तो हुस्न की अलामत है,
दिल तो शीशा है उसे टूट जाने की आदत है,
दिलाऊं रोज सुबह शाम अपनी याद उनको,
वो क्या करें उन्हें भूल जाने की आदत है !
“याद करता है कोई मुझे शिद्दत से,
जाता क्यों नही मेरा ये वहम मुद्दत से !
“साथ भीगे बारिश में ये मुमकिन नहीं,
चल भीगी यादों में तुम कहीं मैं कहीं।