दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो,
ख्वाब बनकरनींद चुराया ना करो,
बहुत चोट लगती है मेरे दिल को,
तुम ख्वाबो में आकर युँ तडपाया ना करो !

याद करते है तुम्हे तनहाई में
दिल डूबा है गमो की गहराई में
हमें मत ढूंढना दुनिया की भीड़ में
हम मिलेंगे तुम्हे तुम्हारी परछाई में !

याद आ रही है दिन और रात,
करते थे जब हम आपकी बात,
खुश हो लेते थे गम बांटकर,
अच्छा लगता था तब तेरा साथ ।

“ना दिन में चैन मिलता है !
रात भी बहुत तडपाती है !
अब कैसे बताऊँ
तेरी याद ही मुझे इतनी आती है !
Miss You😘

मेरी हर सांस में तुम हो मेरी हर खुशी में तुम हो ।
तेरे बिन जिन्दगी कुछ नहीं क्योकि मेरी,
पूरी जिन्दगी ही तुम हो ।
Miss you❤️

क्या बयान करें तेरी मासूमियत को शायरी में हम,
तू लाख गुनाह कर ले सजा तुझको नहीं मिलनी !

किसी की मजबूरी का मजाक ना बनाओ दोस्तों !
जिन्दगी कभी मौका देती है ।
तो कभी धोखा भी देती है !

किसी की मजबूरी कोई समझता नहीं !
दिल टूटे तो दर्द होता है, मगर कोई कहता नहीं !

“मजबूरी में जब कोई जुदा होता है,
जरूरी नहीं की वो बेवफा होता है,
दे कर वो आपकी आँखों में आँसू,
अकेले में आपसे भी ज्यादा रोता है !

ऐसा नही है की वक्त ने मौका नहीं दिया,
हम आगे बढ़ सकते थे,
पर तूने मजबूर किया !

उसे चाहना हमारी कमजोरी है !
वो क्यू न समझते हैं हमारी खामोशी को ।
उन से कह न पाना हमारी मजबूरी है !

क्या गिला करें तेरी मजबूरियों का हम,
तू भी इंसान है कोई खुदा नहीं,
मेरा वक़्त जो होता मेरे मुनासिब,
मजबूरिओं को बेच कर तेरा,
दिल खरीद लेता ।

“होगी कोई मजबूरी उसकी भी,
जो बिन बताएं चला गया,
वापस भी आया तो किसी
और का होकर आया !

थके लोगों को मजबूरी में चलते देख लेता हूँ!
मैं बस की खिड़कियों से ये तमाशे देख लेता हूँ😒

“आप दिल से यूँ पुकारा ना करो !
हमको यूँ प्यार से इशारा ना करो,
हम दूर हैं आपसे ये मजबूरी है हमारी,
आप तन्हाइयों मे यूँ रुलाया ना करो !

बोझ उठाना शौक कहाँ है मजबूरी का सौदा है ,
रहते रहते स्टेशन पर लोग कुली हो जाते हैं ।

पढ़ने की उम्र में उसने बच्चे से मजदूरी कराई थी,
वह मजदूरी नही साहब मजबूरी थी।

हरा सकती है ! डरा सकती है!
वो मजबूरी है साहब !
वो इंसान से कुछ भी करा सकती है।

आपने मजबूर कर दिया,
जाने क्यों खुद से दूर कर दिया,
अब भी यही सवाल है दिल में,
हमने क्या ऐसा कसूर कर दिया ।

ऐसी भी क्या मजबूरी आ गई थी जनाब ।
की आपने हमारी चाहत का कर्ज धोका दे कर चुकाया !