जो जख्म आप देख न पाएं !
समझना वो जख्म किसी अपने ने ही दिया है ।
जिंदा रहने की अब ये तरकीब निकाली है,
जिंदा होने की खबर सब से छुपा ली है !
जिन्दगी में गम हैं गम में दर्द हैं,
दर्द में मजा हैं और मैं मजे में हूँ !
तुझे मेरी फिक्र नहीं मगर सारी दुनिया की फिक्र है,
मुझे बस तेरी फिक्र है और किसी की नही !
बुरे वो लोग नहीं है जो आपको बुरा कहते है,
बुरा आपका दिमाग है जो उनकी बात मान लेता है !
थोड़ा सा और बिखर जाऊं मैंने यही ठानी है,
ऐ जिंदगी थोड़ा रुक मैंने अभी हार कहां मानी है !
आराम से तन्हा कट रही थी तो अच्छी थी,
जिन्दगी तू कहाँ दिल की बातों में आ गयी !
कभी मिलेगी खुशियां कभी मिलेंगे गम,
हमदर्द की क्या जरूरत अकेले काफी हैं हम !
एक दिन आपको अकेला ही होना है,
महफिले तो बस दिखावा कर रही है।
फिसलती ही चली गई एक पल, रुकी भी नहीं,
अब जा के महसूस हुआ रेत के जैसी है जिंदगी !
पहले से उन कदमों की आहट जान लेते हैं,
तुझे ऐ जिंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं !
इंसान अच्छा या बुरा नहीं होता,
बस वक्त अच्छा और बुरा होता है !
भले तुझे चाहने वाले लाखो होंगे,
जो तुझे खुद से भी ज्यादा चाह सके,
तेरे उन आशिको में सिर्फ हम होंगे !
दिल से पूछो तो आज भी तुम मेरे ही हो,
ये और बात है कि किस्मत दगा कर गयी !
मेरा दिल कभी मुझसे यूं बात ना करता था,
तेरे आने के बाद ये मुझे कुछ कहने लगा है ।
बहुत खास थे कभी नजरों में किसी के हम भी,
मगर नजरों के तकाजे बदलने में देर कहाँ लगती !
ये वादा है हमारा हमे जो तुझसे मोहब्बत है,
वो तुझसे ही सुरु और तुझ पे ही खत्म होगी !
जब मिलो किसी से तो जरा दूर का रिश्ता रखना,
बहुत तड़पाते हैं अक्सर सीने से लगाने वाले !
तकिये के नीचे दबाकर रखे है,
तुम्हारे ख्याल बेपनाह इश्क और बहुत सारे साल !
हिसाब किताब न पूंछ ए जिन्दगी,
जब तूने भी सितम न गिने तो हमने भी जख्म न गिने !