तन्हा है सफर अधूरी है मंजिल फिर भी,
कोई बात नहीं सब हैं मेरे पास मगर,
बस एक तेरी ही कमी है !
एक चाहत थी तेरे साथ जीने की,
वरना मोहब्बत तो किसी से भी हो सकती थी !
बस रिश्ता ही तो टूटा है,
मोहब्बत तो आज भी हमे उनसे ही है !
मोहब्बत की आजमाइश दे दे कर थक गया हूँ ऐ खुदा,
किस्मत मेँ कोई ऐसा लिख दे जो मौत तक वफा करे !
मोहब्बत की हवा जिस्म की दवा बन गयी,
दूरी आपकी मेरी चाहत की सजा बन गयी,
कैसे भूलूँ आपको एक पल के लिए,
आपकी याद हमारे जीने की वजह बन गयी !
दुनिया चाहे हमें मिलने का मौका दे या ना दे,
अगर हमारी मोहब्बत सच्ची है तो,
कुदरत भी हमारी मोहब्बत के सामने झुक जाएगी !
पहचान तो सबसे है हमारी,
लेकिन भरोसा सिर्फ खुद पर है !!
यहाँ किसकी मजाल है जो छेड़े दिलेर को,
गर्दिश में तो कुत्ते भी घेर लेते हैं शेर को !
नाम और पहचान चाहे छोटी हो,
पर अपने दम पर होनी चाहिए !
मैं तो वक्त से हारकर सर झुकाये खड़ा था,
और सामने खड़े लोग खुदको बादशाह समझने लगें !
हम दुनिया से अलग नहीं,
हमारी दुनिया ही अलग है !
हाथ में खंजर ही नही आंखों में पानी भी चाहिए,
हमें दुश्मन भी थोड़ा खानदानी चाहिए !
जिनको मेरी फिक्र नहीं,
उनका अब कोई जिक्र नहीं !
जिसको जो कहना है कहने दो अपना क्या जाता है,
ये वक्त वक्त की बात है और वक्त सबका आता है !
ये मत सोचना के आस छोड़ दी है,
बस अब मैंने तेरी तलाश छोड़ दी है !!
जो नहीं है हमारे पास वो ख्वाब है,
पर जो है हमारे पास वो लाजवाब है !
मेरे ऐटिटूड में इतना करंट है,
की तू जल के ख़ाक हो जायेगी !
जुबान मेरी कड़वी मगर दिल साफ है,
कौन कब बदला सबका हिसाब है !
जो मेरे में कोई कमी हो तो बता दे,
तेरी सोच बदलवा देंगे !!
फितरत में ही नहीं है हर किसी का हो जाना,
वरना न प्यार कि कमी थी न प्यार करने वालों की !