गुजर गया वो वक्त जब तेरी हसरत थी मुझको,
अब तू खुदा भी बन जाए तो तेरा सजदा न करू !

अजीब मामला है मेरी शायरी का,
जिसके लिए लिखता हू उसे खबर ही नही !

किसी को देख कर धीमें से मुश्कुरा देना,
किसी के वास्ते ये पूरी कायनात होती है !

क्यों शर्मिंदा करते हो रोज हाल पूंछ कर,
हाल वही है जो तुमने मेरा बना रखा है !

याद आती है तो ज़रा खो जाते हैं,
आँसू आँखों मे उतार आए तो रो जाते हैं,
नींद तो आती नही आँखो में,
लेकिन ख्वाब में आप आओगे सोचकर सो जाते हैं !

जब भी बारिश आती हैं,
ख्यालों में तुम आते हो,
हवा बनकर तुम प्यारी सी,
दिल की धड़कन बन जाते हो !

चांद से भी हसीन आपका चेहरा लगता है,
इसीलिए इस चेहरे पर मेरा ये दिल धड़कता है !

तेरी चाहत में दिल मजबूर हो गया,
बेवफाई दूर करके ये,
हमेशा के लिए तेरा हो गया !

मानता ही नहीं कमबख्त दिल उसे चाहने से,
मैं हाथ जोड़ता हूँ तो ये गले पड़ जाता है !

कितना दिलचस्प है मोहब्बत का यह सफर,
दिल ही दरिया है और दिल ही किनारा है !

मेरा दिल तो हर पल धड़कता था,
तेरी यादों में हर पल तड़पता था !

मैंने जब खुदा से कहा,
तू मेरी दुआ भी कभी कुबूल कर दे,
उसने भी मुस्कुरा कर कह दिया,
तू एक ही शक्श को मांगना छोड़ दे !

दिल नाराज नही था मेरा पर तुमने,
मुंह फेर लिया था हमे देखने से !

रिवाज तो यही है दुनिया का,
मिल जाना और बिछड़ जाना,
पर जाने तुझ से ये कैसा रिश्ता है,
ना मिलती हो ना बिछड़ती हो !

दिल को कितना मजबूर कर दिया तुमने,
तुम्हारे सिवा किसी को देखना ही नहीं है इसे !

कोई कितना ही खुश मिजाज क्यों न हो,
रुला देती है किसी की कमी कभी कभी !

जिनकी आँखों में लिखा है रोना महज,
वो सिर्फ मुस्कुरा दे तो आंसू निकल जाते है !

हर बात पे रंजिशें हर बात पे हिसाब,
शायद मैंने इश्क नहीं नौकरी कर ली !

या तो मै तिरंगा गाड़ कै आऊंगा,
या फेर तिरंगा मै लिपट कै आऊंगा !
जय हिन्द !

आजकल खुदा से मांगता हूँ खुशियाँ उसके लिए
विश्वास नहीं होता ये मैं हूँ ?प्यार से पहले जिसे,
खुद वो क्या था पता नहीं था !