थोड़ा प्यार भरी बातें कर लिया करो,
थोड़ा देखकर हमे मुस्कुरा दिया करो,
वैसे हम तक सपनो में तेरे होठो को चूम लेते हैं,
कभी तुम भी हमे चूम लिया करो।

चलो संग मिलकर प्यार की गलियां घूम लेते है,
और प्यार के सफर में एक दूसरे को चूम लेते है।

जब मै रूठ जाऊं तो मुझे तुम मना लेना,
अपने होठो को मेरे होंठो से मिला लेना।

होंठों को तेरे होंठों से लगाना चाहते है,
अपनी बाँहों में तुम्हे छुपाना चाहते हैं,
हद-ए-मोहब्बत पार कर के,
आज तुझे अपना बनाना चाहते हैं।

तेरे होठो को अपने होठों से गिला कर दू,
आज तेरे होठो को मैं और भी रसीला कर दू।

आज मुझे अपनी सारी शिकायत दे दो,
तेरा हूँ मैं तो मुझे दिल की रियासत दे दो,
क्या खूब जचती है ये लिपस्टिक तेरे होंठ पे,
बस उन्हें मेरे होंठ से चुराने की इज़ाज़त दे दो।

प्यार में मैं तेरे और करीब आना चाहता हु,
होठो को चूम के तुझे गले लगाना चाहता है।

जब यूँ मुस्कुरा कर मुझे तुम देखती हो,
उस समय होंठों से तुम बहुत कुछ कहती हो,
पढ़ने की कोशिश करता हूँ होंठों को तेरे,
उससे पहले ही अपनी अदा से घायल कर देती हो।

तेरे होंठो को अपने होंठो से छूना चाहते है,
तुझे लेकर बाहो में तेरा ही होना चाहते है।

तेरे मेरे प्यार का अफसाना है,
आज का मौसम कितना सुहाना है,
बस चाहत है एक किस करने की,
और इस प्यार को उम्र भर निभाना है।

आज बारिश में तेरे संग नहाना है,
सपना ये मेरा कितना सुहाना है,
बारिश की बूंदे जो गिरे तेरे होंठो पे,
उन्हें अपने होंठो से मुझे उठाना है।

चूम लूँ तेरे होंठो को दिल की ये ख्वाहिश हैं,
बात ये मेरी नही इस दिल की फ़रमाइश हैं।

बेहद प्यार से सारी परेशानी दूर कर जाते है,
जब जब तेरे लब मेरे लबो को छू जाते है।

मोहब्बत के रंग में डूबी शाम हो,
एक नई सी शुरुआत का पैगाम हो,
मिले तेरे होठ मेरे होठों से ऐसे,
जैसे कि मेरे होठ पे तेरा ही नाम हो।

बस दो पल तेरी बाँहों में ख़ुशी से जीना चाहता हूँ,
तेरे होठो का जाम अपने होठो से पीना चाहता हूँ।

आज हर एक पल खूबसूरत है,
दिल में मेरे सिर्फ तेरी ही सूरत है,
तेरे होठों को मेरे होठों से छू जाने दे,
दुनिया से ज्यादा मुझे तेरी जरूरत है।

अपने होठों से मैं चूम लू ऑंखे तेरी,
तेरे करीब आकर महसूस करू सांसे तेरी।

काश मेरे होठ तेरे होंठों को छु जाए,
देखू जहा बस तेरा ही चेहरा नज़र आए,
हो जाए हमारा रिश्ता कुछ ऐसा,
कि चाह कर भी हम न कभी जुदा हो पाए।

एक किस पाने के तलब-गार हो गए हम,
और इसे मांगे तो गुनह-गार हो गए हम।

तुम एक खूबसूरत गुलाब जैसी हो,
बहुत नाजुक एक सपने जैसी हो,
होठो से छूकर पी जाऊ तुम्हें,
तुम सर से पाव तक एक शराब जैसी हो।