इसी ख़ुशी ने मेरा दम निकाल रखा है,
की उसने अब भी मेरा गम संभाल रखा है।

हमने पर्चे आंसुओं से भर दिए,
और तुमने इतने कम नंबर दिए,
ऊंचे नीचे घर थे बस्ती में बहुत,
जलजले ने सब बराबर कर दिए।

हमारा दिल तो हमेशा से एक जगह पर है,
तुम्हारा दर्द ही रास्ता भटक गया होगा,
बिछड़ कर भी हूँ ज़िंदा रहने वाला,
तू होता कौन है ये कहने वाला।

इश्क़ में ये दावा तो नहीं है कि मैं ही अव्वल आऊँगा,
लेकिन इतना कह सकता हूँ अच्छे नंबर लाऊँगा।

कोरे कागज़ पर रो रहे हो तुम,
मैं तो समझा पढ़े लिखे हो तुम,
क्या कहा मुझसे दूर जाना है,
इसका मतलब है जा चुके हो तुम।

मैं कोई राह हूँ तुम राह देखने वाले,
कि मुंतज़िर तो मरा पर न इंतिज़ार मरा,
तुम्हारी मौत मेरी ज़िंदगी से बेहतर है,
तुम एक बार मरे मैं तो बार बार मरा।

तुम्हारा सिर्फ़ हवाओं पे शक गया होगा,
चराग़ ख़ुद भी तो जल जल के थक गया होगा।

मैं जब भी छूता हूँ अपने बदन की मिट्टी को,
तो लम्स फिर उसी ठंडे बदन का होता है,
लिबास रोज़ बदलता हूँ मैं भी सब की तरह,
मगर ख़याल तुम्हारे कफ़न का होता है।

मैं बोझ काँधों पे ऐसे उठा के चलता हूँ,
तुम्हारा जैसे जनाज़ा उठा के चलता था,
यहाँ पे मेरी परेशानी सिर्फ़ मेरी है,
वहाँ कोई न कोई कांधा तो बदलता था।

तुम्हारी शम-ए-तमन्ना बस एक रात बुझी,
चराग़ मेरी तवक़्क़ो के रोज़ बुझते हैं,
मैं साँस लूँ भी तो कैसे कि मेरी साँसों में,
तुम्हारी डूबती साँसों के तीर चुभते हैं।

जहाँ पंखा चल रहा है वहीं रस्सी भी पड़ी है,
मुझे फिर खयाल आया, अभी ज़िन्दगी पड़ी है।

जरा ठहरो की शब फीकी बहुत है,
तुम्हें घर जाने की जल्दी बहुत है,
जरा नजदीक आकर बैठ जाओ,
तुम्हारे शहर में सर्दी बहुत है।

हज़ारों क़र्ज़ थे मुझ पर तुम्हारी उल्फ़त के,
मुझे वो क़र्ज़ चुकाने का मौक़ा तो देते,
तुम्हारा ख़ून मेरे जिस्म में मचलता रहा,
ज़रा सा क़तरा बहाने का मौक़ा तो देते।

हम अपने आप पर कभी गुरूर नहीं करते,
किसी को प्यार करने पर मजबूर नहीं करते,
जिसे एक बार हम दिल से दोस्त बना लें,
उसे मरते दम तक दिल से दूर नहीं करते।

ना मिले किसी का साथ तो हमें याद करना,
अगर तन्हाई महसूस हो तो हमें याद करना,
खुशियाँ बाटने के लियें तो हजारो मिलेंगे,
जब ग़म बांटना हो तो इस दोस्त को याद करना।

प्यार से कहो तो ये आसमान मांग लो,
रूठ कर कहो तो हमारी मुस्कान मांग लो,
तमन्ना यही है कि ये दोस्ती मत तोड़ना,
फिर चाहें हँसकर हमारी जान मांग लो।

आपकी हमारी दोस्ती तो सुरों का साज है,
आप जैसे दोस्त पर हमें हमेशा नाज़ है,
अब चाहे कुछ भी हो जाये जिंदगी में,
दोस्ती तो वैसे ही रहेगी जैसे आज है।

कही अँधेरा तो कहीं शाम होती है,
मेरी हर ख़ुशी दोस्तो के नाम होती है,
यकीन ना हो तो कुछ माँग कर देख मेरे दोस्त,
होंठों पर हँसी और हथेली पर मेरी जान होती है।

तकदीर लिखने वाले मुझ पे एक एहसान कर दे,
मेरे दोस्तों की तकदीर में एक मुस्कान लिख दे,
न मिले कभी कोई दर्द मेरे दोस्तों को,
तू चाहे तो उनकी किस्मत में मेरी जान लिख दे।

खुदा का शुक्रिया इतने प्यारे दोस्तों से मिलाने के लिए,
ज़िंदगी के हर लम्हे को इतना खुबसूरत बनाने के लिए,
दोस्त है तो गम को भी खुशियों में बदल देते है,
खुदा का शुक्रिया मुझे इतना खुशनसीब बनाने के लिए।