कोई वादा ना करो कोई इरादा ना करो,
ख्वाहिशो में खुद को आधा ना करो,
मिलेगा उतना ही जितना लिख दिया खुदा ने,
इस तक़दीर से उमीद ज्यादा ना करो।

अपनी सांसो में महकता हुआ पाया तुझे,
हर ख्वाब में अपने पास बुलाया तुझे,
भला हम क्यों न करे याद आपको,
जब खुदा ने हमारे लिए बनाया तुझे।

आपकी हर अदा मुझे मोहब्बत सी लगती है,
पल भर की जुदाई भी सदियों सी लगती है,
ना जाने कैसा असर हो गया इस मोहब्बत का,
अब हर पल मुझे आपकी जरूरत सी लगती है।

इस दीवानगी में हम कुछ ऐसा कर जाएंगे,
मोहब्बत की सारी हदो को पार कर जाएंगे,
वादा है दिल बनकर तुम मेरे सीने में धड़कोगे,
और सांस बनकर हम आपके दिल में उतर जाएंगे।

जब भी आईना देखोगे तो मेरी याद आएगी,
साथ में गुज़री वो मुलाकात याद आएगी,
पल भर के लिए ये वक़्त भी ठहर जाएगा,
जब मेरी कोई बात आपको याद आएगी।

खुदा से बस यही इबादत करता रहूं,
दिल बनके तेरे सीने में ही धड़कता रहूं,
और हर बार मुझे तेरा ही प्यार नसीब हो,
और हर जनम मैं तुझ पे ही मरता रहूं।

आज दिल की बात बताने की इजाज़त दे दो,
आज ये शाम मुझे सजाने की इजाज़त दे दो,
दुनिया की सारी खुशियां आपके नाम करदूँ,
बस अपनी ज़िंदगी में आने की इजाज़त दे दो।

मैं खुद नहीं जानता वो कितनी प्यारी हैं ,
जान है हमारी पर जान से भी प्यारी हैं,
दूरियों के होने से कोई फर्क नहीं पड़ता,
वो कल भी हमारी थी और आज भी हमारी है।

जो कुछ भी मिला है उसी मैं खुश रहते है,
हम आपके लिए खुदा से तकरार नही करते,
लेकिन कुछ तो बात है आपकी फितरत में,
वरना आपको चाहने की खता बार-बार नही करते।

मेरी दीवानगी की अब कोई हद नहीं,
तेरी सूरत के सिवा मुझे कुछ याद नहीं
तेरी धड़कनों में बसी है मेरी जान,
तेरे सिवा मुझ पे किसी का हक़ नहीं।

खुशबू बनकर तेरी साँसों में शमा जायेंगे,
सुकून बनकर हम तेरे दिल में उतर जायेंगे,
एक बार महसूस तो कीजिए हमारे प्यार को,
हम दूर रहकर भी आपके पास नजर आएंगे।

तुम अगर यूं ही नाराज बैठी रहोगी,
बिना कुछ बताए ही उदास रहोगी,
इस नाराजगी से कैसे इस सफर को निभा पाएंगे,
और इस रिश्ते को हम कैसे आगे ले जा पाएंगे।

हर बार मुझसे नाराज हो जाया करती हो,
मेरे इस दिल को बेकरार करती हो,
क्या खता हो गई है वो बता दो हमे,
सारी गलतियां भूलकर गले से लगा लो हमे।

तुम्हारे खयालो से ही मेरे दिन की शुरुआत होती है,
कुछ बीते और कुछ आने वाले लम्हो से बात होती है,
जब ढलता है शाम तो मैं भी तुम्हारे साथ ढल जाती हूं,
बस ऐसे ही मेरी हर सुबह और शाम होती है।

हर घड़ी हर वक़्त मुझे तुम्हारे साथ चलना है,
ज़िंदगी का हर पल तुम्हारे साथ गुजारू यही तमन्ना है।

मैं होठो से कुछ कह नही पाती हूँ,
तो नजरे झुका के प्यार का इज़हार करती हूँ,
सिर्फ तुम ही हमसे प्यार नही करते,
मैं भी तुमसे प्यार करती हूँ।

नाराज होना आपसे ये गलती कहलाएगी,
अगर आप हुए नाराज तो ये सांसे थम जाएगी,
आप हस्ते रहे यूही ज़िंदगी भर,
आपके हँसने से हमारी ज़िंदगी संवर जाएगी।

ये नजदीकियां कभी हमारा साथ न छोड़े,
हम फासलों को इनकार करते है,
जितना आप हमसे प्यार करते हो,
उतना ही हम आपसे प्यार करते है।

तू जितना गुस्सा करेगी मैं उतना पास आऊंगा,
पल भर के लिए भी मैं तुझसे दूर नही जाऊंगा।

चेहरे पर हँसी और आंखों में सुरूर आ जाता है,
जब केहते हो आप मेरे हो मुझे गुरुर आ जाता है।