ये जो रिश्ता आपने जोड़ा है इसे प्यार से निभाएंगे,
चाहे कितनी भी मुश्किले आये हम उम्र भर साथ निभाएंगे।
हम हर पल हर वक़्त एक ही ख्वाब को देखते है,
जब भी आंखे बंद करते है तो आप को देखते है।
मोहब्बत भरी नजरों में ख्वाब मिलेंगे,
कही काटे तो कही गुलाब मिलेंगे,
मेरे दिल की किताब को पढ़ के तो देखो,
कही आपकी याद तो कही खुद आप मिलेंगे।
हर घड़ी हर वक़्त मुझे तुम्हारे साथ चलना है,
ज़िंदगी का हर पल तुम्हारे साथ गुजारू यही तमन्ना है।
मैं होठो से कुछ कह नही पाती हूँ,
तो नजरे झुका के प्यार का इज़हार करती हूँ,
सिर्फ तुम ही हमसे प्यार नही करते,
मैं भी तुमसे प्यार करती हूँ।
नाराज होना आपसे ये गलती कहलाएगी,
अगर आप हुए नाराज तो ये सांसे थम जाएगी,
आप हस्ते रहे यूही ज़िंदगी भर,
आपके हँसने से हमारी ज़िंदगी संवर जाएगी।
ये नजदीकियां कभी हमारा साथ न छोड़े,
हम फासलों को इनकार करते है,
जितना आप हमसे प्यार करते हो,
उतना ही हम आपसे प्यार करते है।
तुम्हारे खयालो से ही मेरे दिन की शुरुआत होती है,
कुछ बीते और कुछ आने वाले लम्हो से बात होती है,
जब ढलता है शाम तो मैं भी तुम्हारे साथ ढल जाती हूं,
बस ऐसे ही मेरी हर सुबह और शाम होती है।
तेरी हर अदा अब मुझे मोहब्बत सी लगने लगी,
जिंदगी के हर लम्हे में तेरी जरूरत सी लगने लगी।
तू जितना गुस्सा करेगी मैं उतना पास आऊंगा,
पल भर के लिए भी मैं तुझसे दूर नही जाऊंगा।
तेरी बाहों से लिपट जाने को दिल करता है,
तुझे अपनी ज़िन्दगी बनाने को जी करता हैं।
चेहरे पर हँसी और आंखों में सुरूर आ जाता है,
जब केहते हो आप मेरे हो मुझे गुरुर आ जाता है।
तुमसे कितनी मोहब्बत की है मैंने,
हर वक़्त तुम्हे ही चाहा है मैंने,
ऐसे नाराज ना रहा करो तुम मुझसे,
हर दुआओ में सिर्फ तुझे ही मांगा है मैंने।
तुम्हारे लिए मैं क्या करूं तुम ही बताओ ना,
तुम्हारे बिना मैं कहा जाऊ तुम ही बताओ ना,
हर बार मैं तुम्हे मनाने की कोशिश करता हु,
इससे ज्यादा मैं क्या करू तुम ही बताओ ना।
हम दोनों पहले कितने खुश रहा करते थे,
एक-दूसरे से कितनी मोहब्बत किया करते थे।
तुम्हें अब किस तरीके से मनाया जाए,
चलो तुम्हें कहीं बाहर ले जाया जाए,
हम दोनों घूमने चलेंगे कहीं दूर वादियों में,
और फिर से पुरानी यादो को वापस लाया जाए।
हर बार तुम्हारा मुझसे यूं रूठ जाना,
ये मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं आया,
मैं तुमसे कितनी मोहब्बत करता हूं,
शायद ये तुम्हें कभी समझ नहीं आया।
हम तुम्हे मना लेंगे पर तुम अपनी,
नाराजगी की वजह तो बताया करो,
ऐसी कौन सी गलती हो गई है हमसे,
वो गलती तो हमें बताया करो।
अब मान भी जाओ ये गुस्सा छोड़ दो ना,
मेरे पास आकर दिल में जो है उसे बोल दो ना,
मैं तो कब से बैठा हूँ तुम्हारे इंतेजार में,
तुम अपने दिल के सारे राज खोल दो ना।
जितना ये समुंदर गहरा है,
उतना मेरे दिल पे तेरा पहरा है।