ये दिल भी किस्से मोहब्बत कर रहा है,
जिसके हम हो नहीं सकते उसी के लिए धड़क रहा है,
कहते है सच्ची मोहब्बत नशीब में नहीं होती,
फिर भी ये दिल उसे पाने के लिए किस्मत से लड़ रहा है।
जब से हमने तुम्हारा प्यार पाया है,
तुम्हारे हर ख्वाहिशो को पूरा करके दिखाया है,
याद करोगे तुम भी हमे हर पल,
क्योंकि तुमने सच्चे आशिक़ से दिल लगाया है।
मेरी धड़कन का धड़कना तुम्हारे लिए आम है,
लेकिन मेरी ज़ुबा पे हर वक़्त तुम्हारा ही नाम है।
हर सुबह यादो पे तेरा ही बसेरा होता है,
जैसे मेरे लिए सबसे जरुरी काम हो तुम,
मैं खुद को भी रोक नहीं पाता हु,
जैसे मेरी ज़िन्दगी का खुबसूरत इनाम हो तुम।
दुआ यही है मेरी उस खुदा से,
कि एक ऐसा दिन भी ज़िन्दगी में आए,
जैसे मिले थे हीर और रांझा
कुछ उसी तरह मुझको भी तू मिल जाए।
सपनो की तरह हम सजा कर रखेंगे,
चांदनी रात की नज़रों से छुपा कर रखेंगे,
अगर मेरी तक़दीर में होगा साथ तुम्हारा,
तो जिंदगी भर तुम्हे अपना बना कर रखेंगे।
नैनो से नैना मिलाकर मोहब्बत का इजहार करू,
बनकर ओस की बूंदे जिंदगी तेरी गुलजार करू,
संवर जाएगी तेरी मेरी जिंदगी इश्क़ के सफर में,
थाम ले तू हाथ मेरा मैं तेरे हर बात पर ऐतबार करू।
सितारों की छाया में एक पालकी बनाई है,
ये पालकी को हमने बड़े प्यार से सजाई है,
ऐ हवा ज़रा तू धीर-धीरे ही चलना,
क्योंकि मेरे दोस्त को बहुत प्यारी नींद आई है।
फिर न सिमटेगी मोहब्बत अगर बिखर जायेगी,
जिंदगी जुल्फ नहीं जो फिर से सवंर जायेगी,
थाम लो हाथ उसका जो प्यार करे तुमसे,
क्योंकि ये जिंदगी लौटती नही अगर गुजर जायेगी।
दूर जाकर भी मुझे अपने पास पाओगी,
नफरत करके भी मुझे अपने करीब पाओगी,
तुम इस कदर मेरे रोम-रोम में बस गई हो,
क्या कभी तुम मेरे प्यार को समझ पाओगी।
फूलों पर जैसे पड़ती बारिश की बौछार है,
चमकने को जैसे फूल भी तैयार है,
उसी तरह मेरा दिल भी बेकरार है,
अब कैसे कहु मुझे तुझसे कितना प्यार है।
मेरे सपनों में हर रोज तुम आती हो,
हर सुबह मुझे तुम ही जगाती हो,
इतना क्यों तुम मुझे सताती हो,
अगर प्यार है तो क्यों नहीं कह पाती हो।
जीवन में मुझे सिर्फ तेरा प्यार चाहिए,
तनहा है मेरा हाथ तेरा हाथ चाहिए,
जूनून-ए-इश्क को तेरी सौगात चाहिए,
मुझे जीने के लिए तेरा साथ चाहिए।
पूरी उम्र तुम्हारे साथ मैं चलना चाहता हूं,
तेरे नाम के साथ अपना नाम जोड़ना चाहता हूं,
तुझमे ही अब मेरा रब दिखता है,
अपनी जान से भी ज्यादा मैं तुझे चाहता हूं।
आँखों की गहराई को समझ नहीं सकते,
होठों से हम कुछ कह नहीं सकते,
अब कैसे बयाँ करे आपको ये दिल-ए-हाल,
एक तुम ही हो जिसके बिना हम रह नहीं सकते।
जाने कब सुबह सुबह वो रिश्ता बन गया,
एक अनजाना जाने कब अपना बन गया,
हमें पल भर भी एहसास न हुआ,
और कोई हमारी सुबह की ज़रुरत बन गया।
ज़िन्दगी की हर शाम तेरे लिए है,
ये महफ़िल ये शहर ये नाम तेरे लिए,
आप मुस्कुराते रहो हमेशा तारो की तरह,
ये सुबह का पैगाम भी मेरा सिर्फ तेरे लिए।
कभी भुला देते हैं तो कभी याद कर लेते है,
कभी रुला देते हैं तो कभी हंसा देते है,
पर सच कहूं तो सुबह जब बात होती है आपसे,
तो मेरे पूरे दिन को आप खुबसूरत बना देते है।
ये चांदनी रात अलविदा कह रही है,
और एक ठंडी सी हवा दस्तक दे रही है,
उठ कर देखो जरा सुबह का नजारा,
ये प्यारी सुबह तुम्हे गुड मॉर्निंग कह रही है।
रात की चांदनी से मांग लू सवेरा,
फूलों की चमक से मांग रंग गहरा,
दौलत और शोहरत से वास्ता नहीं है मेरा,
मुझे तो हर सुबह चाहिए बस साथ तेरा।