मुस्कुराहट का कोई मोल नहीं होता,
कुछ रिश्तो का कोई तोल नहीं होता,
दोस्त तो मिल जाते है हर रास्ते में,
पर हर कोई आपकी तरह अनमोल नहीं होता।

नफरत को हम प्यार देते है,
दोस्तो पे हम खुशियाँ वार देते है,
सोच समझकर हमसे कोई वादा करना,
हम वादे पर जिदंगी गुजार देते है।

ऐ मेरे दोस्त जब भी तू उदास होगा,
मेरा ख्याल तेरे ही आस-पास होगा,
दिल से जब भी याद करोगे हमें,
तुम्हें हमारे करीब होने का एहसास होगा।

मुझे सुलाने के लिए जब रात आती है,
हम सो नही पाते रात खुद सो जाती है,
पूछने पे दिल से एक आवाज़ आती है,
आज दोस्त को याद कर ले रात तो रोज आती है।

चाँद की दुनिया भी बहुत प्यारी होगी,
ज़रूर सितारों की भी मीठी कहानी होगी,
यूं ही नहीं लगता आसमान इतना खुबसूरत,
वो भी ज़रूर किसी के दोस्ती की निशानी होगी।

फूल बनकर मुस्कुराना ज़िंदगी है,
मुस्कुरा के गम भुलाना भी ज़िंदगी है,
मिलकर लोग खुश होते है तो क्या हुआ,
बिना मिले दोस्ती निभाना भी ज़िंदगी है।

चाँद की दूरी तो एक रात तक है,
सूरज की दूरी भी बस एक दिन तक है,
और हम दोस्ती में वक़्त नही देखते,
क्योंकि दोस्ती की हद आखिरी सांस तक है।

मेरे किसी भी सवालो का जवाब ना आया,
तुझसे दोस्ती करने का हिसाब ना आया,
हम तो जागते रहे तेरे ही ख्यालों में,
और तुम्हे सो कर भी हमारा ख्वाब ना आया।

महक दोस्ती की इश्क से कम नहीं होती,
और इश्क से जिन्दगी ख़त्म नहीं होती,
अगर साथ हो जिन्दगी में अच्छे दोस्तों का,
तो ज़िंदगी जन्नत से कम नहीं होती।

दोस्ती तो इन्सान की ज़रुरत है,
दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है,
दोस्तो के प्यार की वजह से जिंदा हूँ,
वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है।

ऐ दोस्त तुम्हारी दोस्ती पर नाज़ करते है,
मिलने की तुमसे हम खुदा फ़रियाद करते है,
मुझे नहीं पता लेकिन घरवाले कहते है,
कि हम नींद में भी तुमसे ही बात करते है।

फूलों की खुशबू को चुराया नहीं जा सकता,
चाँद की रोशनी को छुपाया नहीं जा सकता,
चाहे दूरियां कितनी भी हो मेरे दोस्त,
चाहकर भी दोस्त को भुलाया नहीं जा सकता।

सपनो की दुनिया से तुम लौट आओ,
हो गई है सुबह अब तो जाग जाओ,
चाँद तारों को कह दो तुम अलविदा,
और इस नए दिन की खुशियों में खो जाओ।

हमें पता नही की कौन सी बात आखिरी हो,
ना जाने कौन सी मुलाकात आखिरी हो,
इसलिए दोस्तो को याद करके सोते है हम,
क्या पता ज़िन्दगी में कौन सी रात आखिरी हो।

सुबह हुई नही और आप याद आ गए,
आंखे खुली नही और आंखों में छा गए।

इन ताजी हवा में फूलों की महक हो,
पहली किरण में चिड़ियों की चहक हो,
जब भी तुम खोलो अपनी पलके,
उन पलको में बस खुशियों की झलक हो।

नयी नयी सुबह और नया नया सवेरा,
सूरज की किरणें और हवाओ का बसेरा,
इस खुले आसमान में सूरज का चेहरा,
मुबारक हो आपको ये खुबसूरत सवेरा।

हर सुबह तेरी ज़िंदगी में इतनी रोशनी कर दे,
कि तेरे जीवन के हर अंधेरे को तुझसे दूर कर दे।

देखो कितनी जल्दी शाम हो गई,
दोस्तो को गुड नाईट कहने की बात आ गई,
हम तो बैठे थे तारो के बीच में,
पर जब चाँद को देखा तो दोस्तो की याद आ गई।

इस रात की चाँदनी से माँगता हु सवेरा,
और फूलों की खुशबू से माँगता हु रंग गहरा,
दौलत और शोहरत की चाहत नही है हमे,
हमे तो बस चाहिए हर सुबह में साथ तेरा।